
कहाँ गया वो अल्मोड़ा….!
आज लगभग बयालीस वर्षों के बाद अपनी जन्मभूमि अल्मोड़ा की पावन भूमि की मिट्टी को अपने माथे पर लगाने का सौभाग्य प्र...

लोकगाथा और इतिहास के आईने में अल्मोड़ा नगर की स्थापना का इतिहास
मानव सभ्यता की बसावट के साथ ही अल्मोड़ा का अपना पृथक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व रहा है. लाखू उडिया...

अल्मोड़ा पहाड़ में ज़्यादा पैदावार देगा यह नया वीएल चैरी टमाटर और इम्यूनिटी बढ़ाएगा
नई किस्म में विटामीन सी की मात्रा प्रति 100 ग्राम में 86 मिलीग्राम है जबकि सामान्य टमाटर में यह 32 मिलीग्राम ह...

गैरसैंण में 662 ई-पंचायत सेवा केन्द्रों का शुभारंभ, सरकार पोर्टल से जुड़ेंगे प्रदेश के सभी सेवा केंद्र
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने राज्य की ग्रीष्माकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में राज्य की 662 ई-प...

हल्द्वानी से अल्मोड़ा यात्रा
कुमाऊँ के प्रवेश द्वार के नाम से जाना जाने वाला स्थान -हल्द्वानी से खूबसूरत अल्मोड़ा की सड़क यात्रा। इस विडियो म...

देवभूमि में विराजमान वैष्णव शक्तिपीठ : दूनागिरी मंदिर
अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट क्षेत्र में स्थित द्रोणागिरी वैष्णवी शक्तिपीठ को, वैष्णो देवी के बाद दूसरा वैष्णवी...

अल्मोड़ा की जलेबियाँ
अल्मोड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ और भी कई बातों के लिए जाना जाता है। जिनमे से एक नाम आते ही – मुँह...

प्राचीन और देश का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य मंदिर – “कटारमल सूर्य मंदिर”
आज हम एक ऐसे प्राचीन धार्मिक स्थल की बात करने जा रहे हैं, जो देवभूमि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कटारमल नामक...
आज लगभग बयालीस वर्षों के बाद अपनी जन्मभूमि अल्मोड़ा की पावन भूमि की मिट्टी को अपने माथे पर लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मन अत्यधिक प्रसन्न था मातृभूमि की पावन हवा मन को स्फूर्त कर रही थी। म... Read more
मानव सभ्यता की बसावट के साथ ही अल्मोड़ा का अपना पृथक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व रहा है. लाखू उडियार, फलसीमा, कसार देवी जैसे शहर के निकट के ही के प्रागैतिहासिक स्थल मानव सभ्यता की... Read more
नई किस्म में विटामीन सी की मात्रा प्रति 100 ग्राम में 86 मिलीग्राम है जबकि सामान्य टमाटर में यह 32 मिलीग्राम होती है. अल्मोड़ा. पहाड़ में रोजॉगार का साधन मुख्यतः खेती या फिर सब्ज़ी उत्पादन ह... Read more
गैरसैंण में 662 ई-पंचायत सेवा केन्द्रों का शुभारंभ, सरकार पोर्टल से जुड़ेंगे प्रदेश के सभी सेवा केंद्र
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने राज्य की ग्रीष्माकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में राज्य की 662 ई-पंचायत सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने ई-पंचायत सेवा केंद्र के ल... Read more
कुमाऊँ के प्रवेश द्वार के नाम से जाना जाने वाला स्थान -हल्द्वानी से खूबसूरत अल्मोड़ा की सड़क यात्रा। इस विडियो में आप देखेंगे हल्द्वानी से कैसे हमने अपना सफर की शुरुआत की, हल्द्वानी के बस स्टे... Read more
अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट क्षेत्र में स्थित द्रोणागिरी वैष्णवी शक्तिपीठ को, वैष्णो देवी के बाद दूसरा वैष्णवी शक्तिपीठ माना जाता है। दूनागिरी माता का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और श्रद्ध... Read more
अल्मोड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ और भी कई बातों के लिए जाना जाता है। जिनमे से एक नाम आते ही – मुँह में मिठास घुल जाती हैं। वो हैं – अल्मोड़ा में कारखाना बाजार स्थित जलेबियो क... Read more
प्राचीन और देश का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य मंदिर – “कटारमल सूर्य मंदिर”
आज हम एक ऐसे प्राचीन धार्मिक स्थल की बात करने जा रहे हैं, जो देवभूमि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कटारमल नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर भगवान सूर्य देव को समर्पित ‘कटारमल सूर्य मंदि... Read more
तब लोग मिलन चौक में लाला बाजार से थाना बाजार तक तो लगभग रोज ही घूम आते। अब भी शायद जाते हों। यह हैं अल्मोड़ा का मशहूर मिलन चौक, नाम के अनुरूप – यहाँ रोड के किनारे खड़े हो, मित्रो, परिचितों के... Read more
लू देवता या भगवान गोलू भारत के उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक भगवान हैं और उनके देवता हैं। चितई गोलू देवता मंदिर देवता को समर्पित सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और बिनसर वन्यजीव अभयारण... Read more