Mussoorie, known as the Queen of the Hills, is one of the most popular hill stations in the country. In 1827, a Britisher named Captain Frederick Young, accompanied by an official named FJ Shore, ventured up the hill from the Doon valley and discovered a ridge that provided breathtaking views and a pleasant climate. This visit served as the foundation for the development of this magnificent hill station.
Mussoorie is a captivating paradise for leisure travelers and honeymooners, making it an ideal summer resort. It is situated on a 15-kilometer-long horseshoe ridge, with the majestic Himalayas serving as a backdrop, and stands at an elevation of 2,000 meters above sea level. From this elevated position, visitors can enjoy scenic views of the Himalayan peaks in Western Garhwal.
Over the years, Mussoorie has become home to many famous personalities, the most notable being authors Ruskin Bond and Bill Aitken. Filmstar Victor Banerjee resides in Mussoorie, and the late filmstar Tom Alter was born and raised here. In the 1960s, filmstar Prem Nath had his house in Mussoorie, and Dev Anand’s son studied at Woodstock school. Cricketers Sachin Tendulkar and Mahendra Singh Dhoni are frequent visitors to this hill resort.
The best time to visit Mussoorie is during the summer season when it provides relief from the scorching heat. However, if you prefer a secluded holiday experience, visiting during the winter season will allow you to witness the beauty of snowfall.
How to reach
Mussoorie can be reached by air, train, and bus. Here are the details on each mode of transportation:
By Air: The nearest airport to Mussoorie is the Jolly Grant Airport, located in Dehradun, which is approximately 54 kilometers away. From the airport, you can hire a taxi or take a shared cab to reach Mussoorie. The drive from the airport to Mussoorie takes around 1.5 to 2 hours, depending on the traffic conditions.
By Train: The nearest railway station to Mussoorie is the Dehradun Railway Station, which is well-connected to major cities in India. From the railway station, you can hire a taxi or take a bus to Mussoorie. The distance between Dehradun Railway Station and Mussoorie is approximately 34 kilometers, and the travel time is around 1 to 1.5 hours, depending on the traffic and road conditions.
By Bus: Mussoorie is well-connected by road, and you can find regular bus services from nearby cities and towns. There are both government and private buses that operate on this route. You can take a bus from cities like Dehradun, Delhi, Haridwar, Rishikesh, and other neighboring towns to reach Mussoorie. The journey time and fare may vary depending on the distance and type of bus you choose.
It’s important to check the availability of flights, train schedules, and bus timings in advance, especially during peak tourist seasons. Also, consider the weather conditions and road conditions while planning your travel to Mussoorie.
Main attractions:
Mussoorie offers a range of attractions that cater to the interests of different travelers. Here are some of the main attractions in Mussoorie:
- Gun Hill: One of the highest peaks in Mussoorie, Gun Hill offers panoramic views of the Himalayas and the town below. You can take a cable car ride to the top and enjoy the breathtaking vistas.
- Kempty Falls: Located about 15 kilometers from Mussoorie, Kempty Falls is a popular tourist spot. It is a cascading waterfall surrounded by lush greenery, and visitors can take a dip in the cool waters or simply enjoy the scenic beauty.
- Lal Tibba: Lal Tibba is the highest point in Mussoorie and offers stunning views of the Himalayas. You can also spot famous landmarks like Badrinath and Kedarnath on a clear day. There is a telescope available for a closer view of the surroundings.
- Mall Road: A bustling street lined with shops, cafes, and restaurants, Mall Road is a must-visit in Mussoorie. You can stroll along the road, indulge in shopping, try local delicacies, and soak in the lively atmosphere.
- Cloud’s End: Situated at the western end of Mussoorie, Cloud’s End is a picturesque spot surrounded by thick forests. It offers a tranquil environment and is perfect for nature walks and picnics.
- Camel’s Back Road: This road derives its name from the natural rock formation that resembles a camel’s hump. It is a peaceful walking trail with breathtaking views of the mountains and valleys.
- Mussoorie Lake: Located about 6 kilometers from the town, Mussoorie Lake is a man-made lake surrounded by lush hills. You can enjoy boating, paddle boating, and nature walks in the serene surroundings.
- Jharipani Falls: A beautiful waterfall nestled amidst dense forests, Jharipani Falls is a popular spot for nature lovers and adventure enthusiasts. The cascading water and serene ambiance make it a great place for a day trip.
- Benog Wildlife Sanctuary: Situated on the outskirts of Mussoorie, this sanctuary is home to a variety of flora and fauna. It offers opportunities for birdwatching, nature walks, and enjoying the tranquility of the forest.
- Nag Tibba Trek: For adventure enthusiasts, Nag Tibba Trek is a thrilling experience. It is a moderate trek that takes you to the Nag Tibba peak, offering stunning views of the snow-covered Himalayas.
These are just a few of the many attractions that Mussoorie has to offer. Whether you are seeking natural beauty, adventure, or a leisurely vacation, Mussoorie has something for everyone.
Watch Videos:
इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप ने पिक्चर-इन-पिक्चर (PiP) मोड का नया फीचर ऐड किया है। ये फीचर फिलहाल सिर्फ आईफोन (iPhone) यूजर्स इस्तेमाल कर सकेंगे। यह फीचर यूजर्स को कोई ऐप ब्राउज करते समय या अपने आईफोन पर अन्य सर्विस को यूज करते हुए वीडियो कॉल को जारी रखने की परमिशन देता है।
पहले, यदि कोई व्हाट्सएप यूजर वीडियो कॉल के दौरान अन्य ऐप का उपयोग करना चाहता था, तो उसे कॉल से बाहर निकलना पड़ता था और बातचीत बंद करनी पड़ती थी। PiP सपोर्ट के साथ, आईफोन यूजर्स कॉल के दौरान होम बटन को आसानी से टैप कर सकते हैं और वीडियो उनकी स्क्रीन पर एक छोटी विंडो में चलता रहेगा। फिर यूजर अपनी बातचीत को देखने और सुनने के साथ अन्य ऐप्स या सुविधाओं पर स्विच कर सकते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंस करना आसान होगा
PiP फीचर वन-ऑन-वन और ग्रुप वीडियो कॉल दोनों के लिए अवेलेबल है। इससे यूजर्स के लिए एक साथ कई लोगों के साथ बात करना आसान हो जाता है। यह फीचर खासतौर पर बिजनेसमैन के लिए यूजफुल है, क्योंकि PiP उन्हें कस्टमर या कलीग्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करने की परमिशन देती है।
डू नॉट डिस्टर्ब मोड पर भी काम करेगा PiP
व्हाट्सएप का PiP आईफोन की सुविधाओं जैसे Siri और Apple के डू नॉट डिस्टर्ब मोड के साथ भी आसानी से काम करता है। जैसे कोई यूजर वीडियो कॉल के दौरान मैसेज प्राप्त करता है तो Siri वीडियो कॉल को बंद किए बिना मैसेज पढ़ेगा और यदि कोई यूजर्स कॉल के दौरान डू-नॉट-डिस्टर्ब मोड को एक्टिव करता है तो भी वे PiP विंडो में अपनी बातचीत देख और सुन सकेंगे।
आईफोन के लेटेस्ट वर्जन पर काम करेगा PiP
व्हाट्सएप पर PiP यूज करने के लिए आईफोन यूजर्स के पास डिवाइस का लेटेस्ट वर्जन 23.3.77 होना चाहिए। जिसे ऐप स्टोर से डाउनलोड या अपडेट कर सकते हैं। व्हाट्सएप में हुए लेटेस्ट अपडेट की जानकारी दी।
अब व्हाट्सएप में ये फीचर भी मिलेंगे
इस अपडेट के साथ व्हाट्सएप ने कुछ और अपडेट किए हैं। इसमें अब आईफोन यूजर्स भी एंड्रॉयड यूजर्स की तरह कैप्शन के साथ डॉक्यूमेंट भेज सकेंगे। इसके अलावा कंपनी ग्रुप के लिए बड़े सब्जेक्ट और डिस्क्रिप्शन लिखने का ऑप्शन दे रही है।
आईफोन यूजर्स भी भेज सकेंगे 100 मीडिया फाइल्स
PiP फीचर की मदद से अब व्हाट्सएप चैटिंग के दौरान 30 की जगह 100 मीडिया फाइल्स शेयर कर सकेंगे। इसके अलावा अब यूजर्स व्हाट्सएप में अपने कस्टमाइज अवतार बना सकते हैं।
नए अपडेट के बाद अब आप व्हाट्सएप पर 100 मीडिया फाइल को एक साथ भेज सकते हैं। पहले एक बार में सिर्फ 30 फाइल को ही भेज सकते थे।
पालक और मेथी की सब्जी उच्च पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है। एक ही सब्जी में आपको डबल विटामिन्स मिलेंगे। इसे बनाना बहुत ही आसान है लंच या डिनर में इसे शामिल करके आप अपने खाने को हेल्दी बना सकते हैं।
How To Make Methi Palak:
हरी सब्जियों का नाम सुनते ही घर के बच्चे नाक सिकोड़ने लगते हैं. ऐसे में उनके खाने को लेकर घर के लोग हमेशा फिक्रमंद रहते हैं. बच्चों को खाना भी टेस्टी लगे और वह उच्च पोषक तत्वों से भी भरपूर हो, इसके लिए हम आपको मेथी पालक की रेसिपी बताने जा रहे हैं. मेथी और पालक दोनों ही सेहत के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण सब्जियां हैं. इन्हें मिलाकर बनने वाली मेथी पालक सब्जी को आसानी से बच्चों के लंच या डिनर में शामिल किया जा सकता है. वे इसे बेहद चाव से खाएंगे.
मेथी पालक के लिए सामग्री
मेथी के पत्ते – 1 कप
पालक – 2 कप
सरसों का तेल – 1 टेबल स्पून
जीरा पाउडर – 1/2 टी स्पून
हरि मिर्च (कटी) – 1/4 टी स्पून
देसी घी – 2 टी स्पून
रोस्टेड पापड़ – 2
नमक – स्वादानुसार
मेथी पालक बनाने की विधि
सबसे पहले मेथी और पालक को लें और उन्हें अलग-अलग कर हल्का सा उबाल लें जिससे वे और नरम हो जाएं. इसके बाद उनका पानी निकालकर एक तरफ ठंडा होने के लिए रख दें. जब ये ठंडा हो जाए तो इनका अलग-अलग पेस्ट तैयार कर लें. एक नॉनस्टिक पैन में या कड़ाही में तेल गर्म करें. इसमें जीरा, हरी मिर्च डालकर लगभग एक मिनट तक फ्राई करें. अब पालक और मेथी का बना हुआ पेस्ट इसमें मिला दें. फिर अच्छी तरह से मिक्स करें. इसमें नमक और जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिला लें. अब इसमें शुद्ध देसी घी डालें और धीमी आंच पर पकने दें. फिर रोस्टेड पापड़ से गार्निश कर रोटी के साथ सर्व करें,
यह डिश घर के बड़ों के साथ ही बच्चों को भी बेहद पसंद आएगी. उनके सुबह या शाम के खाने में वीक में एक दिन इसे आसानी से रखा जा सकता है. हरी सब्जी के नाम पर मुंह बनाने के बजाय वे इस सब्जी का इंतजार करते नजर आएंगे.
धनोल्टी का टिंसल शहर अपने शांत वातावरण और दिल्ली और उत्तराखंड के अन्य शहरों के साथ निकटता के कारण एक लोकप्रिय शीतकालीन गंतव्य के रूप में उभर रहा है। यह जादुई हिल स्टेशन समुद्र तल से 2286 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और ऊंचे हिमालय के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
धनोल्टी उत्तराखंड के लोकप्रिय हिल स्टेशनों जैसे मसूरी , टिहरी, कनाटल , और चंबा के निकटता में स्थित है । यह पहाड़ी शहर मखमली रोडोडेंड्रोन, देवदार और ऊंचे ओक के जंगलों से घिरा हुआ है। सर्दियां के दौरान हिल स्टेशन भारी बर्फबारी के बाद से, कई पर्यटक भारी संख्या में यहां आते।
धनोल्टी, देवदार, रोडोडेंड्रोन और ओक के घने, जंगलों के बीच स्थित है, जिसमें उत्तम शांति और शांति का वातावरण है। लंबी लकड़ी की ढलान, बाहर की ओर आराम से, ठंडी हवा के झोंके, गर्म और मेहमाननवाज निवासी, सुंदर मौसम और बर्फ से ढके पहाड़ का शानदार दृश्य इसे एक आरामदायक छुट्टी के लिए एक आदर्श वापसी बनाता है। मसूरी-चंबा मार्ग पर स्थित, धनोल्टी 24 किलोमीटर है। मसूरी से और 29 कि.मी. चम्बा से। आवास के लिए, टूरिस्ट रेस्ट हाउस, फॉरेस्ट रेस्ट हाउस और एक-दो गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं।
सुरम्य हिल स्टेशन – धनोल्टी ऊंचे पेड़ों और समृद्ध घास के मैदानों से सजी है, और यह समुद्र तल से 2286 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो हिमालय और शानदार ट्रेल्स के शानदार विस्तारों की पेशकश करता है। टिहरी गढ़वाल जिले के किनारे पर स्थित, धनोल्टी देहरादून के साथ अपनी पश्चिम की ओर की सीमा को साझा करता है। उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थल दिल्ली और इसके आसपास के अन्य लोकप्रिय स्थानों जैसे कि उत्तराखंड यानी देहरादून, मसूरी से निकटता के कारण एक आदर्श सप्ताहांत के लिए पलायन करते हैं। टिहरी, ऋषिकेश, और हरिद्वार। धनोल्टी में छुट्टी सर्दियों के दौरान सबसे अच्छी होती है।
धनोल्टी में, सितंबर के महीने से अप्रैल के शुरुआती दिनों तक सर्दियों का मौसम होता है, जिसमें तापमान 1 डिग्री सेल्सियस से 22 डिग्री सेल्सियस तक होता है। यह जगह हर जगह बर्फ की एक छाया का प्रतिनिधित्व करती है जिसमें कुछ भूरे पेड़ और आंशिक रूप से ढकी काली सड़कें होती हैं।
इस जगह की आकर्षक सुंदरता जो कि रोडोडेंड्रोन, ओक्स और देवदार के घने जंगलों से सजी है, में दो खूबसूरत इको पार्क यानी अंबर और धरा, सेब के बाग और एक आलू के खेत शामिल हैं, जो संयुक्त रूप से सरकार और स्थानीय किसानों के स्वामित्व में हैं, पूरी तरह से इसे बनाते हैं। प्रकृति का स्वर्ग। इसके अलावा, धनोल्टी टिहरी गढ़वाल जिले की बर्फ से ढकी चोटियों में कई ट्रेक के लिए आधार बिंदु के रूप में भी प्रदान करता है। जिसमें से, निकटतम थंगधर ट्रेक है जो कैम्पिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
मसूरी-चंबा मार्ग पर स्थित, सुंदर धनोल्टी हिल स्टेशन मसूरी से लगभग 32 किमी दूर और राजधानी से 305 किमी दूर है। एक छोटी सी जगह होने के कारण, सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है, लेकिन मसूरी, देहरादून, टिहरी और ऋषिकेश जैसे आस-पास के स्थान धनोल्टी को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ता है।
आईएसबीटी कश्मीरी गेट से, टिहरी, ऋषिकेश, मसूरी और देहरादून पहुंचने के लिए राज्य द्वारा संचालित बसें आसानी से उपलब्ध हैं। यहां पहुंचने पर, अच्छी तरह से जुड़ा हुआ मोटर योग्य सड़क सार्वजनिक बसों और निजी टैक्सियों के माध्यम से धनोल्टी तक ले जाता है।
रिंगौड़ा जोन का नाम बदलकर किया गर्जिया, एक नवंबर से होगी ऑनलाइन बुकिंग
सुबह-शाम 30-30 जिप्सियों से होगी जंगल सफारी
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) प्रशासन ने रिंगौड़ा पर्यटन जोन का नाम बदलकर गर्जिया जोन कर दिया है। इस नए जोन का प्रवेश द्वार भी गर्जिया से कर दिया गया है। नए जोन के लिए ऑनलाइन बुकिंग पहली नवंबर से शुरू हो जाएगी।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के दबाव को कम करने के लिए सीटीआर प्रशासन ने रिंगौड़ा पर्यटन जोन विकसित किया। इसे सीटीआर के बफर जोन में बनाया गया है। एनटीसीए और चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से इस नए जोन की अनुमति मिलने के बाद सीटीआर प्रशासन अब 15 नवंबर से इस जोन को शुरू कर रहा है।
पहले इस जोन का नाम रिंगौड़ा रखा गया था और जोन का गेट भी रिंगौड़ा गांव के आसपास से खोलने पर विचार चल रहा था। रिंगौड़ा के आसपास गेट खोलने से वहां जाम समेत अन्य अव्यवस्थाएं होने की आशंका थी।
इसे देखते हुए सीटीआर प्रशासन गर्जिया से नए पर्यटन जोन का गेट खोल रहा है। सीटीआर निदेशक राहुल ने बताया कि नए पर्यटन जोन गर्जिया की ऑनलाइन बुकिंग एक नवंबर से शुरू की जा रही है। सुबह-शाम की पाली में 30-30 जिप्सियों से जंगल सफारी होगी।
‘जुरासिक पार्क’ नैनीताल जिले के हल्द्वानी क्षेत्र में बनाया गया है। पार्क में डायनासोर और पौधों की प्रजातियों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो जुरासिक अवधि (201मिलियन वर्ष पहले से 145 मिलियन वर्ष पहले) से बच गए हैं।
वन विभाग के अधिकारियों ने टी ओ आई को बताया कि पार्क जो 1 एकड़ में फैला है, अनुसंधान कार्य में भी मदद करेगा और जो राशि की योग के दौरान मौजूद पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करेगा भारत में कई सुविधाएं हैं जो जुरासिक युग के डायनासोर को दर्शाती है।
हालांकि, हल्द्वानी में पार्क पहली सुविधा होगी जहां पौधों की प्रजातियां भी प्रदर्शित होंगी, “मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी ने कहा कि वन विभाग ने वनस्पति वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की मदद से पौधों की प्रजातियों की पहचान की है-जिंको बिलोबा सीकड फर्न लिवरवर्ट्स, हॉर्सटेल, मोसेस और कोनिफर जो “पार्क में लगाए गए हैं।
शंकुधारी पौधे भी जुरासिक काल में ही विकसित हुए और जुरासिक काल के अंत तक मौजूद रहे इन्हीं वनस्पतियों को खाकर डायनासोर लंबे समय तक जीवित रहे।
इस पार्क में विभिन्न प्रकार के फूल पौधे लगाए गए हैं। जो कि काफी पुराने फूल पौधों की प्रजातियों में से है। यहां पर मिट्टी पत्थर और मसालों का काफी जबरदस्त संग्रहालय भी तैयार किया गया है।
तमाम चाइनीस ऐप बैन होने के बाद पब्जी गेम भी इंडिया में बैन हो गया, लेकिन पब्जी के बैन होते ही अभिनेता अक्षय कुमार ने एक नया गेम लांच करने के की घोषणा अपने ट्विटर अकाउंट पर की है, और इस गेम का नाम होगा फौ-जी (FAU-G), साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया है कि इस गेम की कमाई का 20 परसेंट देश के फौजियों की मदद के लिए होगा।
अक्षय कुमार के द्वारा इस खबर के अनाउंसमेंट के बाद देश में कई लोग उनके तारीफों के पुल बांध रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या यह पब्जी गेम को टक्कर दे पाएगा, इस गेम के फीचर्स गेम खेलने वाले धुरंधरों को पसंद आएंगे या नहीं।
मिली जानकारी के अनुसार, फौजी गेम (फीयरलेस एंड यूनाइटेड गार्ड्स) को विकसित कर रही बेंगलुरु स्थित एनकोर गेम्स के सह-संस्थापक विशाल गोंदाल ने कहा कि इस गेम का नाम अक्षय कुमार ने ही रखा है। इस गेम पर पिछले कुछ महीनों से काम चल रहा है इस गेम में पहला लेवल गलवान घाटी पर स्थित
उन्होंने यह भी बताया कि, इस गेम के कुछ कॉन्सेप्ट्स अक्षय कुमार ने भी बताए हैं और साथ ही साथ इस गेम की कमाई का 20% हिस्सा फौजियों की मदद के लिए दान वीर ट्रस्ट को दिया जाएगा।
बॉलीवुड में छा गए उत्तराखंड में भवाली के हिमांशु भट्ट। पहाड़ के बेटे आज हर क्षेत्र में अपना नाम कर रहे हैं, और अपने प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। पहाड़ के नाम कईं कामयाबी जुडी हुई हैं। यह भी जानना जरुरी है, कि ये कामयाबी पहाड़ के बेटों को अपने दम पर मिली है, आज हम पहाड़ के जिस बेटे के बारे में आपको बता रहे हैं, उन्होंने बहुत कम समय में अपनी पहचान बॉलीवुड में बनाई है।
हिमांशु पिछले दस सालों से मायानगरी में काम कर रहे हैं। उन्होंने 80 से ज्यादा विज्ञापनों में काम किया है।
हिमांशु फिल्म में अनुष्का शर्मा और दीपिका पादुकोण के साथ भी नज़र आये हैं। हिमांशु को एक्टिंग और मॉडलिंग का शौक नैनीताल स्थित डीएसबी कैंपस में पढ़ाई के दौरान चढ़ा। पढाई पूरी करने के बाद वो मुंबई आ गए। उन्होंने एक वेब सीरीज में भी काम किया है। उस वेब सीरीज मे हिमांशु मेन लीड में नज़र आएंगे। हिमांशु के पिता का निधन काफी साल पहले हो गया था, उनके पिता उद्योग विभाग में अफसर के पद पर तैनात थे, और माता प्रेमा भट्ट सेनोटोरियम से सेवानिवृत्त हो चुकी हैँ। हिमांशु ने इस फिल्म में रोल अपने दमदार अभिनय की बदौलत हांसिल किया है।
अपनी नयी फिल्म सड़क 2, में हिमांशु संजय दत्त, आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर के साथ नज़र आएंगे, हिमांशु का कहना है की फिल्म की सभी स्टार कास्ट ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया, संजय दत्त और महेश भट्ट से उन्हें काम के बारे में बहुत सीखने को मिला।

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HIMASHU BAHTT : BIO
ACTOR, SINGER
Mumbai based Actor and Mode, done lots of prints adds and appeared in lots of TV Commercials and. worked in movie “LOGIN”, directed by Sanjeev Reddy, Recently completed – Sadak2 by Mahesh Bhatt.
WORK EXCOMMERCIALS ADDS for :
INTERNATIONAL COMMERCIALS ADDS for DUBAI N ARUB COUNTRIES
TWO TV COMMERCIAL for CADBURY ECLAIRS, VODAFONE SHOT IN MALAYSIA, BAJAJ DISCOVER BIKE, FROOTI, HUNDAI I 20 CAR SHOT IN DUBAI, SPRITE SHOT IN MALAYSIA, PANASONIC CAMERA, INTEX ELECTRONICS, POLO MINT, YAHAMA BIKE, PARAGON, ARCHIES DEO, BANK OF BARODA, AIRTEL, SAFARI CHOCOLATE, APOLO HOSPITAL N LOTS OF OTHER ADDS……
PRINTS ADDS For:
TATA INDICOM, SIYARAMS, VODAFONE, LEVIS, APOLO HOSPITAL, FAST TRACK, DJNC, WORLD GOLD COUNCIL, reliance, Stranded Chartered Bank, CADBURY ECLAIRS, BIG BAZAAR, PARLE CHIPS, AIRTEL, VODAFONE, LUX WTH PRIYANKA CHOPRA,RELIANCE WEB WORLD, LIFE STYLE JUNCTION, N LOTS OF OTHER PRINTS ADDS
धोनी ने कहा आपके सहयोग के लिए धन्यवाद। आपको बता दें की महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त 7:30 pm मिंनट पर लिया धोनी ने संन्यास, महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे सफल कप्तान माना जाता है और धोनी के नाम कई ऐतिहासिक जीतें हैं, धोनी ने ही भारतीय टीम को क्रिकेट जगत में एक ऊँचा मुकाम हासिल कराया है।
सौरव गांगुली के बाद वे सबसे चहेते व सफल कप्तान हैं। बता दें की उनकी उम्र अभी महज़ 39 वर्ष है, उनकी जन्म स्थली रांची रही है, उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 23 दिसंबर 2004, बांग्लादेश के विरुद्ध रहा था। धोनी ने 2 वर्ल्ड कप जिताए हैं, एक बार चैम्पियंस ट्रॉफी भी जीती।
इसमें भारत को 110 में जीत मिली। वे दुनिया के तीसरे ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा वनडे मैचों में कप्तानी की है। धोनी ने अपनी कप्तानी में देश को 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के अलावा 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी भी जिताई है।
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