उत्तराखंड प्रमुख समाचार 03 मार्च 2021

by Deepak Joshi
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Uttarakhand Morning News 3 March 2021

हरिद्वार में एक से 30 अप्रैल तक होगा कुंभ, नहीं चलेंगी नई ट्रेन और बाहरी राज्यों की बसें

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में पहुंची सरकार ने मंगलवार को हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन एक अप्रैल से शुरू करने पर मुहर लगा दी। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने दो नए विश्वविद्यालयों के गठन को मंजूरी दे दी और केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए ट्रस्ट को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण फैसले भी किए।

विधानसभा में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 12 फैसले लिए गए। सरकार ने केंद्र सरकार की आशा के अनुरूप हरिद्वार महाकुंभ की अवधि को कम से कम रखने पर सहमति जताई। महाकुंभ का आयोजन एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक किया जाएगा। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने यह भी माना कि महाकुंभ में टेंट कॉलोनी बनाने की जरूरत नहीं है।

कोटद्वार-दिल्ली रूट पर आज से दौड़ेगी सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस, रेलवे ने शुरू की बुकिंग

कोटद्वार-दिल्ली रूट पर आज बुधवार से सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो जाएगा। रेलवे प्रशासन की ओर से इस नई रेल सेवा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे। जबकि कोटद्वार में सांसद अनिल बलूनी और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत उद्घाटन करेंगे।

उत्‍तराखंड, चुनावी वर्ष का बजट रहेगा उत्साहवर्द्धक

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट को उत्तराखंड के लिए नया बजट उत्साहवर्द्धक रहने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि नया बजट राज्य के लिए कुछ नया लेकर आएगा। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण और बजट सत्र दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। नया बजट सामान्य व्यक्तियों के लिए बड़ा संदेश देने वाला होगा। आम आदमी इससे खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेगा। मुख्यमंत्री के संकेत के बाद माना जा रहा है कि इसमें आम जन को राहत देने को कई कदम उठाए जा रहे हैं।

तीर्थनगरी ऋषिकेश का उत्सव बन गया अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव

प्राचीन भारतीय पद्धति योग आज पूरे विश्व में पहचान बना चुकी है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है। मगर, योग और तीर्थनगरी ऋषिकेश को एक दूसरे का पर्याय माना जाता है। इतना ही नहीं तीर्थनगरी ऋषिकेश को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के रूप में भी पहचान मिली है। योग तीर्थनगरी की यह पहचान यूं ही नहीं बना, बल्कि यह योग साधकों का लंबा संघर्ष और अनवरत योग यात्रा का ही परिणाम है।

तीर्थनगरी ऋषिकेश आदिकाल से ही ऋषि-मुनियों की योग और तप की भूमि रही है। मगर, आधुनिक योग को यहां पुनर्जीवित करने का श्रेय महर्षि महेश योगी, स्वामी राम जैसे साधकों को जाता है। भावातीत ध्यान योग के प्रेणता महर्षि महेश योगी ने तीर्थनगरी में स्वर्गाश्रम क्षेत्र में योग और ध्यान के लिए साठ के दशक में शंकराचार्य नगर की स्थापना की थी।

कैबिनेट बैठक : शहरी निगमों-पालिकाओं में सर्किल रेट के आधार पर संपत्ति कर

ज्य के नगर निकायों में सर्किल रेट के आधार पर संपत्ति कर की वसूली की जाएगी। मंत्रिमंडल ने इस सिलसिले में दो विधेयकों को मंजूरी दी है। प्रदेश के सभी आठ नगर निगम, 41 नगर पालिका परिषदों में सर्किल रेट के आधार पर भूमि व भवन का मूल्यांकन होगा और फिर इसके हिसाब से संपत्ति कर लिया जाएगा। हालांकि, निकायों को यह अधिकार दिया गया है कि वे 0.01 से एक फीसद तक संपत्ति कर में बढ़ोतरी कर सकेंगे। साथ ही यह प्रविधान भी किया गया है कि अगले पांच वर्षों तक संपत्ति कर में पांच फीसद से ज्यादा वृद्धि किसी भी दशा में नहीं की जाएगी।

उत्तराखंड में फिर लेगा मौसम करवट, आज से तीन दिन तक बारिश के आसार

उत्तराखंड में में पश्चिमी विक्षोभ के चलते फिर मौसम करवट लेने जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 3, 4 और 5 मार्च को प्रदेश में बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। ऊचांई वाले पर्वतीय जिलों में हिमपात भी हो सकता है। मौसम विभाग देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान में बताया गया है कि पश्चिमी विक्षोभ दो मार्च की रात से सक्रिय होगा। इसके कारण 3 मार्च को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश, बर्फबारी हो सकती है।

यह है उत्तराखंड में पेट्रोल/ डीज़ल के मूल्य

शहरों में आज इतनी है कीमत
शहर – पेट्रोल – डीजल (रुपये प्रति लीटर)
देहरादून – 89.89 – 82.12
मसूरी – 90.70 – 82.78
रानीखेत-90.14 – 82.30
अल्मोड़ा – 90.13 – 82.34
पिथौरागढ़ – 91.31 – 83.54
रुद्रपुर – 89.47 – 81.73
बागेश्वर – 90.39 – 82.73
हरिद्वार- 89.35 – 81.57

पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP स्पेस अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

कोरोना के कारण लगातार दूसरे साल भी बाधित कैलाश मानसरोवर यात्रा, KMVN ने तैयार किया प्लान-बी

कोरोना संकट के चलते इस बार भी विश्व प्रसिद्ध मानसरोवर यात्रा नहीं हो सकेगी।  1981 से कैलाश-मानसरोवर यात्रा लगातार जारी रही, मगर कोरोना संकट के कारन बीते साल की तरह इस बार भी यात्रा का आयोजन सम्भव नहीं दिख रहा है. आमतौर पर यह समय यात्रा की तैयारियां का रहता था।

कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के तिब्बत में होने के कारण यात्रा को लेकर भारत की निर्भरता चाइना पर है।  ऐसे में अब कुमाऊं मंडल विकास निगम आदि कैलाश यात्रा शुरू करने का प्लान बना रहा है ।आदि कैलाश का पूरा इलाका भारतीय सीमा में है।  आदि कैलाश में कैलाश पर्वत के साथ ही पार्वती झील भी मौजूद है. जबकि ॐ पर्वत भी इसी क्षेत्र मौजूद है. चाइना बॉर्डर को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क बनने के कारण यहां की राह भी आसान हो गई है।

Corona Update in Uttarakhand: 70 नए संक्रमित मिले, 451 हुई एक्टिव केस की संख्या

उत्तराखंड में 24 घंटे में 70 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 97089 हो गई है।  स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को 8596 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि छह जिलों में 70 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

नैनीताल जिले में लंबे समय बाद एक दिन में 53 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून व हरिद्वार में सात-सात, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। सात जिलों में कोरोना संक्रमण का मामला नहीं मिला है।

वहीं, 65 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। अब तक 93544 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश की रिकवरी दर 96.35 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण की दर चार प्रतिशत दर्ज की गई है। प्रदेश में 451 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।

पर्वतीय शैली में नजर आएंगे नैनीताल के बाजार, यूरोपियन शैली में बनेगा फल बाजार

सरोवर नगरी के तल्लीताल व मल्लीताल बाजार अब पर्वतीय रूप में नजर आएंगे। बाजार में हेरीटेज स्ट्रीट बनाई जाएगी। मल्लीताल पालिका बाजार में फल आदि की दुकानों को यूरोपियन शैली में बनाया जाएगा। मल्लीताल में रजा क्लब के आगे आंगन को भव्य बनाया जाएगा। साथ ही मल्लीताल स्कूल को समीप के ही विद्यालय में शिफ्ट किया जाएगा। इस संबंध में चार मार्च को बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मंगलवार को डीएम डीएस गर्ब्याल ने मल्लीताल बाजार का पैदल भ्रमण कर यह निर्णय लिए।

जिला प्रशासन ही कराएगा पूर्णागिरि मेला,
उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेला इस बार जिला प्रशासन ही आयोजित कराएगा। मंगलवार को डीएम ने साफ किया कि जिला प्रशासन व जिला पंचायत के बीच इसको लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा, अगर जिला पंचायत को कोई दिक्कत है तो वह कानूनी प्रक्रिया अपना सकती है। मेले के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। अब इस विवाद को निपटाने के लिए समय शेष नहीं है। वहीं, जिला पंचायत किसी भी सूरत में यह मानने को तैयार नहीं है।

पिथौरागढ़ में आतंक का पर्याय बना गुलदार ढेर, राहत की सांस

कनालीछीना क्षेत्र के कापड़ी गांव से सुरौली तक आतंक का पर्याय बना आदमखोर गुलदार मुरादाबाद से आए शिकारी राजीव सुलोमन व उनके सहायक ने वन विभाग के साथ मिलकर आदमखोर को ढेर हो गया है। गुलदार ने विगत दस दिनों के अंदर क्षेत्र में दो महिलाओं को अपना निवाला बनाया था। आदमखोर का अंत होने पर क्षेत्र की जनता ने राहत की सांस ली है।

चीन सीमा को जोड़ने वाले दारमा मार्ग पर बैली ब्रिज तैयार

पिथौरागढ़ जिले में धारचूला तहसील के उच्च हिमालयी घाटी दारमा में चीन सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग पर ठाड़ी गाड़ में बैली मोटर पुल तैयार हो गया है। बुधवार से पुल यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। अब मानसून काल के चार माह में भी इस मार्ग पर यातायात सुचारू रहेगा।

धारचूला की दारमा घाटी में सीपीडब्ल्यूडी द्वारा चीन सीमा से लगे क्षेत्र ढाकर तक सड़क का निर्माण किया गया है। अंतिम भारतीय गांव सीपू तक बनने वाली यह सड़क पंचाचूली ग्लेशियर बेस कैंप के निकट दुग्तू गांव से होकर गुजरती है। मार्ग बने चार साल से अधिक हो चुके हैं, परंतु पुलों का निर्माण कार्य जारी है, अलबत्त्ता वाहन चलते रहते हैं। मानसून काल में जब नदी-नाले पूरे उफान पर रहते हैं, तब यहां वाहनों के संचालन में परेशानी आती है। सीपीडब्ल्यूडी इस मार्ग में सात पुलों का निर्माण कर रही है।

जिला प्रशासन ही कराएगा चम्पावत जिले में पूर्णागिरि मेला

उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेला इस बार जिला प्रशासन ही आयोजित कराएगा। मंगलवार को डीएम विनीत तोमर ने साफ किया कि जिला प्रशासन व जिला पंचायत के बीच इसको लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा, अगर जिला पंचायत को कोई दिक्कत है तो वह कानूनी प्रक्रिया अपना सकती है। मेले के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। अब इस विवाद को निपटाने के लिए समय शेष नहीं है। वहीं, जिला पंचायत किसी भी सूरत में यह मानने को तैयार नहीं है।

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