क्या है महिषासुर की पूजा के पीछे का राज

0
महिषासुर को आदिवासी अपना पूर्वज और भगवान क्यों मानते हैं ?आईये आपको बताते हैं, कुछ अनसुनी बात क्या आप जानते हैं, एक ऐसा भी...

उत्तराखंड के त्योहार

0
Uttarakhand: उत्तराखंड का इतिहास काफी पुराना रहा हैं। उत्तराखंड के बारे में हम महाभारत, रामायण में सुन सकते हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड के...
Happy Vasant Panchami

बसंत पंचमी पर्व कब और कैसे आरंभ हुआ

0
बसंत पंचमी का पर्व आप सभी को मंगलमय हो।बसंत ऋतु के स्वागत के लिए बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता हैं। यह त्योहार हर...

भांग से बनते थे कपड़े

0
आमतौर पर भांग को नशीले पदार्थ के रूप में जाना जाता है । लेकिन इसके रेशे से वस्त्र भी बनते है। भांग यानि की...
Happy New Year 2025

नया साल मनाने की परंपरा: 1 जनवरी से शुरू होने की कहानी

0
हर साल 1 जनवरी को दुनिया भर में नया साल मनाया जाता है, और यह परंपरा सदियों पुरानी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा...

हरियाला (हरेला) का त्यौहार

0
कुमाऊँ में वैसे तो, हर मास की संक्रांति को कोई न कोई त्यौहार के रुप में मनाया जाता है। श्रावण मास की संक्रांति के...
vijaya ekadashi

विजया एकादशी – 2021

0
विजया एकादशी 2021 हिंदी पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी का व्रत रखा जाता हैं । यह...

क्या होती है सुवाल पथाई की रस्म

0
अपना भारत विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृतियों को समेटे हुए है। यहां की सभ्यता और संस्कृति, विभिन्न प्रकार के रीति-रिवाजों, त्योहारों, विभिन्न प्रकार के परिधानों,...

नैनीताल में किया जा रहा है रामलीला का डिजिटल प्रसारण, नहीं टूटेगा कुमाऊनी रामलीला...

इतिहास में पहली बार होगा कुमाऊनी रामलीला का डिजिटल प्रसारणकोरोना महामारी के चलते जब धार्मिक आयोजनों पर रोक लगी थी तो वहीं नैनीताल के...
Dhol_Damau

उत्तराखंड के वाद्य यंत्र

0
देवभूमि-उत्तराखंड हर तरह से समृद्ध राज्य हैं। उत्तराखंड की संस्कृति अपने-आप में ही सम्पूर्ण हैं। और बात करे यहाँ के संगीत की उसकी बात...
Aipen Art Uttarakhand

ऐपण उत्तराखंड (कुमाऊँ)की प्राचीन लोककला

0
ऐपण कला की उत्पत्ति उत्तराखंड के अल्मोड़ा से हुई है, जिसकी स्थापना चंद राजवंश के शासनकाल के दौरान हुई थी । यह कुमाऊं क्षेत्र...

एक हथिया नौला ( एक रात में एक हाथ से तैयार हुआ नौला )

0
एक हथिया देवाल एक अभिशप्त देवालय ( नौला )का नाम है। यह सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ के कस्बे थल से लगभग छः किलोमीटर दूर ग्राम...
aipan design

ऐपण कुमाऊँ की पारंपरिक कला

0
ऐपण या अल्पना एक लोक चित्रकला है। जिसका कुमाऊँ के घरों में एक विशेष स्थान है। ये उत्तराखण्ड की एक परम्परागत लोक चित्रकला है।...

केदारनाथ: हिमालय की तलहटी में मिला ये ताल है बेहद खूबसूरत, तस्वीरें देखकर आना...

0
केदारनाथ से 16 किमी ऊपर दूध गंगा घाटी में हिमालय की तलहटी पर साफ पानी से लबालब पैंया ताल आज भी पर्यटकों की नजरों...
ropai pic

अब का हु रो पोल्ट (पल्ट)

0
पोलट या पलट आपन पहाड़ों पने य परम्परा अब विलुप्त हुणे कगार पर छु। कोई कोई गोनु में य परम्परा आई ले बच रे।...

नैनीताल-मसूरी और ऋषिकेश में मिले प्रारंभिक जीवन के चिह्न

0
मानव जीवन की शुरुआत और विकास की यात्रा समझने के लिए वर्षों से वैज्ञानिक शोध में जुटे हैं, लेकिन एक कोशिकीय अमीबा से बहुकोशिकीय...
migrants

जगह के साथ अपनी जड़ों से भी दूर होते लोग

0
महानगरों की चमक से आकर्षित हो, हम चले आते हैं छोड़ कर, अपनी जगह को और हो जाते हैं जड़ों से दूर। और इस...
Holi 2021

कोरोना के बीच पहाड़ में ऐसी रही इस बार की होली

0
पहाड़ के लोग भले दुनिया के किसी भी हिस्से में हों उनकी स्मृतियों में बसी पहाड़ और उससे जुड़ी यादें उसे पहाड़ और इसकी...
Enviroment save

पर्यावरण संरक्षण का उपाय – पवित्र भारतीय ग्रन्थ रामचरित मानस में!

0
आज के भयावह संकट पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति पाने का एकमात्र उपाय है पौधा रोपण। पौधा रोपण हमारी प्राचीन संस्कृति है । अपने सुख...
देवता आवाहन, जागर पुजा पद्धति

उत्तराखंड जागर : सदियों पुरानी लोक परम्परा

0
नैसर्गिक सुंदरता से भरे उत्तराखंड के अनेकों दूरस्थ गांव, भले ही इन गांवो में पहुंचने का मार्ग कितना ही दुर्गम क्यों न हो, ये...