बचपन की यादों मे नैनीताल के साउथ वूड कोटेज की हल्की हल्की यादे अब …
Rajesh Budhalakoti
Rajesh Budhalakoti
अल्मोडा कॉलेज से post graduation कर सार्वजनिक उपक्रम मे विपणन प्रबन्धक रह कर देश के कई स्थानो मे रहा, अब सेवा निवृति के उपरान्त हल्द्वानी मे रह रहा हूँ। मूल निवास कोटाबाग। पढाई अल्मोडा और नैनीताल से। रूचि - पढ़ना और पढ़ाना
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लिट्टी चोखा, समान मंगाया, घर में बनाया, पसंद भी आया पर फिर कभी दोबारा नहीं आजमाया।
जनाब, सात आठ माह से पुत्र से न मिल पाने की विवशता, श्रीमतीजी का …
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भगत सिंह का बलिदान, लोकतंत्र के वर्तमान स्वरुप पे हो गया कुर्बान, युवा पर …
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जब मन ने विचारों के समुद्र में गोते लगाये, गहरे पानी पैठ शब्दों के …
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चम्पानौला का तिमंजिला मकान, मेरी दिल्ली वाली बुआ के ससुराल वालों का था, और …
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मित्रो फ़ायदे हो चाहे हजारो लाखो का नुकसान हो पर राजमार्गो के ठेके बन्द …
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जनाब लॉकडाउन मे इन्तजार जिन दुकानो के खुलने का था, उन दुकानो के खोलने …
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सुबह होती है शाम होती है उम्र यू ही तमाम होती है। [dropcap]अ[/dropcap]ब सच …
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जनाब जिंदगी मे हमारे अफ़साने बनना तो तय था लेकिन कभी सोचा नही था …
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हमेशा भूल कर देता हू मैं। बाजार से सामान लाना हो, या पूर्णमासी की …
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[dropcap]ह[/dropcap]र साल की तरह इस साल भी शिक्षक दिवस पर सकुचे शरमाये से हम …
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यात्रा ए लेह जब भी किसी मित्र को यात्रा वृतांत अथवा किस्से कहानियां सुनाते …
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जनाब वैसे तो इस कोरोना के नाम से ही दहशत व्याप्त है, सुबह शाम …
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अब धीरे धीरे हल्द्वानी की सार पड़ती जा रही है। बात बात मे अब …
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[dropcap]आ[/dropcap]ज सुबह से बरसात ने मौसम सुहावना कर दिया है। बरामदे मे कुर्सी डाल …
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जनाब उम्र के इस पड़ाव पर जब भी मुड़ कर देखा एक बात बहुत …
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आहा झोड़ा गाते गाते गोल गोल घुमते स्त्री और पुरुष, हुडुके की थाप, एक …