प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अनुमोदन मिलते ही लगभग 400 करोड़ की लागत से बद्रीनाथ धाम का विकास भी केदारनाथ धाम की तर्ज पर किया जाएगा।
पर्यटन विभाग द्वारा इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। प्रधानमंत्री के द्वारा मंदिर के रूपरेखा की समीक्षा पूरी होने पर जल्दी ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि केदारनाथ धाम की तर्ज पर ही बद्रीनाथ धाम का विकास किया जाएगा। बद्रीनाथ धाम में भी केदारनाथ धाम की तरह ही गुफा बनाई जाएगी और सड़कों की स्थिति मे भी सुधार किया जाएगा। अलकनंदा नदी पर पुल भी बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री का अनुमोदन मिलते ही नवंबर से ही कार्य प्रारंभ करने की योजना है।
मिली जानकारी के अनुसार, राज्य स्तरीय गंगा समिति की 9वी बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने निर्देश दिया कि ड्रेनेज का अशोधित जल गंगा नदी में नहीं जाना चाहिए।
उत्तराखंड में नदी किनारे स्थित पवित्र तीर्थ स्थलों, अन्य धामो में भी सेप्टेज मैनेजमेंट की कार्यवाही के निर्देश दिए और गंगा समिति की बैठक को नियमित समय अंतराल पर आयोजित करने के निर्देश दिए।