मास्क, सेनेटाइजर के तले – कुचले अरमान
जनाब वैसे तो इस कोरोना के नाम से ही दहशत व्याप्त है, सुबह शाम दोपहर जब भी टेलीविजन खोलो दिल बैठ सा जाता है।...
लिट्टी चोखा, समान मंगाया, घर में बनाया, पसंद भी आया पर फिर कभी दोबारा...
जनाब, सात आठ माह से पुत्र से न मिल पाने की विवशता, श्रीमतीजी का पुत्र मोह, पुत्र के रहन सहन, खाने पीने की व्यवस्था...
असफल प्रेम के रोचक किस्से
प्रस्तावना - इस लेख में, मैंने किरदार के जीवन के अफेयर्स जो कई वर्षों के दरमियान हुए, को कुछ पैराग्राफ में समेटने का प्रयास...