बचपन की यादें और दादी मां का प्यार
बात है उन दिनों के जब मैं बहुत छोटी थी, इतनी छोटी कि मुझे याद भी नहीं, शायद दो-तीन साल की।
दादी मां ने वैसे...
वो सरकारी आवास के आराम और अब ख़त्म न होते काम
जनाब उम्र के इस पड़ाव पर जब भी मुड़ कर देखा एक बात बहुत याद आती है, यहाँ हल्द्वानी में कठघरिया मे बसने के...