Human Lifting Drone: आए दिन हम पहाड़ों में होने वाले हादसों के बारे में पढ़ रहे हैं, कई मामले ऐसे भी हैं जिनमें सही समय पर उपचार न मिलने की वजह से हरीज की जान चली जाती है। अगर कहीं कोई बीमार हो और उस जगह अस्पताल या रोड की सुविधा न हो इस कारण किसी की जान चले जाने की भी खबरे आए दिन सुनने को मिलती हैं।
इन्ही सबके चलते पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं को मजबूत करने की कड़ी में काम किया जा रहा है। जिसमें अब ड्रोन के माध्यम से मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। इस ड्रोन के जरिए 120 किलो वजन तक वाले व्यक्ति को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकेगा।
उत्तराखंड में अक्सर कई जगहों पर सुविधाओं के न होने से मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए डंडे कंडी का सहारा लेना पड़ता है, और आपदा के समय में भी लोगों तक मदद पहुंचाने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन सब मुश्किलों को देखते हुए आईटीडीए ह्यूमन लिफ्टिंग ड्रोन तकनीक पर काम कर रहा है।
जिसमें लगभग 120 किलो वजन उठाने वाले ड्रोन तैयार किए जाएंगे जिनका ट्रायल भी जल्दी शुरू किया जा सकता है। हालाकी आईटीआई ने डिलीवरी ड्रोन का ट्रायल कल किया था, जिसमें उत्तरकाशी से देहरादून राहत सामग्री भेजी गई थी यह ट्रायल तो सफल रहा है लेकिन अभी इसके और ट्रायल होने बाकी हैं बता दें कि आईटीडीए रुड़की आईआईटी के साथ मिलकर ह्यूमन लिफ्टिंग ड्रोन तकनीक पर काम कर रहा है।