उत्तराखंड समाचार 19 मार्च 2021

by Deepak Joshi
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Uttarakhand News 19 March 21

दो अप्रैल से देहरादून में शुरू होगा ऐतिहासिक झंडा मेला

देहरादून का एतिहासिक झंडा मेला दो अप्रैल यानी पंचमी के दिन से शुरू हो जाएगा। इसी दिन झंडे जी का आरोहण होगा। इसके लिए श्री झंडा जी मेला प्रबंधन समिति तैयारी शुरू कर दी है। इस बार पंजाब के रोपड़ के जैलसिंह नगर निवासी जसवीर सिंह पुत्र सुरजीत सिंह को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्‍य मिलेगा।  गुरुवार को झंडे जी के आरोहण व मेले के आयोजन को लेकर दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र  दास महाराज ने तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्‍होंने मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

अपने संदेश में उन्‍होंने सभी संगतों व श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस के प्रति बचाव की एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि मेले में शामिल होने के केंद्र सरकार  की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें व मेले में शामिल होने के दौरान संक्रमण से बचाव रखें।  इस साल पंजाब के रोपड़ के जैलसिंह नगर निवासी जसवीर सिंह पुत्र सुरजीत सिंह को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ है। दरबार साहिब में आयोजित होने वाले झंडा मेले में पुण्य कमाने के लिए हर साल देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतें देहरादून पहुंचती हैं। इस बारे झंडे जी का आरोहण व मेले के आयोजन को लेकर मेला प्रबंधन ने आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं।  मेला अधिकारी केसी जुयाल ने बताया कि मेला आयोजन को लेकर संगतों व दूनवासिचयों में हर वर्ष की भांति हर्षाल्लास का माहौल है। मेला आयोजन को लेकर तय कार्यक्रम के अनुसार तैयारियां की जा रही हैं।  दून के संस्थापक श्री गुरु राम राय महाराज के जन्मदिवस के रूप में हर साल दरबार साहिब देहरादून में झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है। श्री गुरु राम राय महाराज का जन्म पंजाब के कीरतपुर (जिला होशियारपुर) में वर्ष 1646 को (होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी को) हुआ था, तब से हर साल संगतों द्वारा देहरादून में होली के पांचवें दिन (चैत्रवदी पंचमी को) ऐतिहासिक झंडे जी मेले का आयोजन हर्षाल्लास व भक्तिभाव के साथ किया जाता है।

 

विवादित बयानों से इंटरनेट मीडिया में ट्रोल रहे मुख्यमंत्री तीरथ

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के ‘फटी जींस’ वाले बयान ने इंटरनेट मीडिया पर भूचाल ला दिया है। गुरुवार को पूरा दिन हैशटैग रिप्ड जींस टॉप पर ट्रेंड करता रहा। आम इंटरनेट यूजर से लेकर बड़े-बड़े सेलेब्रिटी इस पर प्रतिक्रिया देते रहे। अधिकांश यूजर इस मसले पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पर निशाना साधते रहे तो कुछ उनके बचाव में भी आगे आए। उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री को कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने आड़े हाथों लिया।

वहीं, भाजपा महिला कार्यकत्र्ता और खुद मुख्यमंत्री की पत्नी उनके बचाव में आगे आईं। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान को गलत ढंग से पेश करने का आरोप लगाया। वहीं, तमाम न्यूज चैनल में भी दिनभर मुख्यमंत्री के फटी जींस वाले बयान पर डिबेट चलती रही। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक कार्यक्रम में आजकल के युवाओं के कपड़ों पर टिप्पणी करते हुए अभिभावकों को बच्चों को संस्कारवान बनाने की नसीहत दी थी।

बॉलीवुड अभिनेत्रियों ने मुख्यमंत्री को ट्विटर पर लिया आड़े हाथ

ट्विटर पर कई फिल्म अभिनेत्रियों ने फटी हुई जींस पहनकर फोटो शेयर किया और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को खरी-खरी सुनाई। अभिनेत्री गुल पनाग ने फोटो डालकर लिखा कि वह अपनी फटी हुई जींस निकाल रही हैैं। अभिनेत्री श्रुति सेठ ने लिखा कि वह भी अपनी जींस को काट रही हैैं। कंगना रनौत, सोना महापात्रा, कोइना मित्रा आदि ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी है।

टी-20 मैच शुरू होने तक ट्रेंड करता रहा हैशटैग रिप्ड जींस   

ट्विटर पर हैशटैग रिप्ड जींस दिनभर देश में पहले और दूसरे नंबर पर ट्रेंड करता रहा। फटी जींस को लेकर शाम तक करीब 33 हजार ट्वीट आ चुके थे। इसके बाद शाम को सात बजे भारत और इंग्लैंड के बीच टी-20 मैच शुरू हुआ तो केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ट्रेंड करने लगे।

इन्‍होंने कहा

  • फिल्म अभिनेत्री कोइना मित्रा ने कहा शायद भारतीय जनता पार्टी अगले 50 साल राज करे, लेकिन फटी जींस हमेशा रॉक करेगी। मर्द हमें न बताएं कि क्या पहनना है।
  • पॉप सिंगर सोना महापात्रा ने कहा मैैं यहां गर्मी के कारण जींस नहीं पहन पा रही हूं, लेकिन अपनी फटी हुई टी-शर्ट के साथ संस्कारी घुटना दिखाने में खुश हूं।
  • अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा ने कहा हमारे कपड़ों को बदलने से पहले अपनी सोच बदलिए। यहां यही बात हैरान करने वाली है कि इससे समाज को कैसा संदेश जा रहा है।
  • फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा यदि आप फटी जींस पहनना चाहते हैैं तो सुनिश्चित करें कि कूलनेस बरकरार रहे। ताकि यह आपका स्टाइल लगे न कि आप बेघर भिक्षु लगें। जिसे इस महीने माता-पिता से भत्ता नहीं मिला हो, आजकल अधिकांश युवा ऐसे ही दिखते हैं।
  • फिल्म अभिनेत्री रूप दुर्गापाल ने कहा महिलाओं को शर्मसार करने वाले किसी भी तरह के पाषाण युग के विचारों और स्वतंत्रता के अधिकार को छीनने वाली सोच का जवाब फटी जींस पहनकर दे रही हूं। हमारे संस्कार इतने कमजोर नहीं कि फटी हुई जींस के मोहताज हो जाएं।
  • फिल्म अभिनेत्री स्वाति सेमवाल ने कहा महिलाओं की फटी हुई जींस कोई समस्या नहीं है। समस्या आपकी इस प्रकार की सोच है मुख्यमंत्री जी।
  •  एमकेपी की छात्र नेता प्रियाल ध्यानी ने कहा बतौर मुख्यमंत्री किसी के पहनावे को लेकर बयान देना उचित नहीं। प्रदेश की समस्याओं पर बात करने के बजाय मुख्यमंत्री महिलाओं के कपड़ों पर टिप्पणी कर रहे हैं। यह उत्तराखंड की बेटियों को हतोत्साहित करना है।
  • एमकेपी की छात्रा अंकिता जगूड़ी ने कहा सभी को अपने मनमाफिक कपड़े पहनने का अधिकार है। हालांकि, अपनी संस्कृति और वेशभूषा का भी सम्मान करना चाहिए। किसी को भी पहनावे को लेकर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने सामान्य बात कही है। किसी को निशाना बनाकर अपमान नहीं किया।
  • पहला विवादित बयान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री शाह जी के यहां पेशी लगेगी तो क्या दिक्कत है  : मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्त्‍ताओं को संबोधित करते हुए हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ को लेकर कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को साफ कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह जी के यहां मेरी पेशी लगेगी वे पूछेंगे, डांटेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कुंभ के अखाड़ों, व्यापारियों और लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
  • दूसरा विवादित बयान: आने वाले समय में लोग मोदी को भगवान मानने लगेंगे : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी का चमत्कार है। वह लोगों को कहते हैं त्रेता व द्वापर युग में राम व कृष्ण हुए हैं। राम ने भी यही समाज का काम किया था तो उन्हें भगवान मानने लगे। आने वाले समय में भी लोग नरेंद्र मोदी को उसी रूप में मानने लगेंगे। जो काम नरेंद्र मोदी कर रहा है उसकी जयजयकार है। मोदी है तो मुमकीन है।
  • तीसरा विवादित बयान: घुटनों में फटी हुई जींस पहनकर क्या संस्कार देंगे : मुख्यमंत्री ने देहरादून में बाल अधिकारी संरक्षण आयोग द्वारा बच्चों में बढ़ती नशे की प्रवृति विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए सबसे विवादित टिप्पणी कर डाली। उन्होंने कहा कि जब वह युवाओं को फटी जींस पहनकर घूमते देखते हैं तो उन्हें आश्चर्य होता है। उन्होंने एक संस्मरण का जिक्र करते हुए कहा कि वह जयपुर से दिल्ली की फ्लाइट पर बैठे हुए थे। उनके बगल में एक महिला बैठी हुई थी। महिला एक एनजीओ चलाती थी जबकि उसके पति एक कालेज में प्रोफेसर थे। उस महिला ने पांव में गमबूट और घुटनों में फटी जींस पहनी हुई थी। महिला के साथ उसके दो बच्चे भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, एनजीओ चलाती हैं, घुटने फटे दिख रहे हैं, समाज के बीच में जाती हैं, बच्चे साथ में है। क्या संस्कार दे रही हैं। इसी कार्यक्रम में उन्होंने एक ओर संस्मरण सुनाया। उन्होंने कहा कि वह श्रीनगर कालेज में पड़ते थे। एक लड़की चंडीगढ़ से आई थी। उसने हाफ कट पहना हुआ था। लड़के ऐेसे देख रहे थे कि कोई मुंबई से आ गई। कुछ दिन उसका खूब मजाक बना। यूनिवर्सिटी में पढ़ने आई हो और बदन दिखा रही हो, क्या होगा।

 

परीक्षा सिर पर, दाखिले को दबाव बना रहे दबंग, एमबीपीजी कॉलेज द्वारा पूर्व में ही बंद की जा चुकी है प्रवेश प्रक्रिया

डिग्री कॉलेजों में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में नया दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की परीक्षा 12 अप्रैल से होनी है। सभी कॉलेजों में स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया अब लगभग समाप्त हो चुकी है और विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, कुछ अराजक छात्रनेताओं और दबंगों की आंख का कांटा बन चुके एमबीपीजी कॉलेज प्रशासन पर अब भी दाखिला दिलाने को दबाव बनाया जा रहा है।

कॉलेज प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में दाखिले शुरू किए गए थे। विद्यार्थियों को एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार दाखिला ले लेने का मौका दिया गया। अप्रैल से परीक्षा शुरू होनी है ऐसे में विद्यार्थियों को पढ़ाई का मौका मिल सके इसके लिए दाखिला अब बंद कर दिया गया है। लेकिन, इसके बावजूद कई छात्रनेता और दबंग प्रवृत्ति के लोग रोजाना कॉलेज आकर एमए सोशियोलॉजी, इकॉनॉमिक्स जैसे विषयों में उन विद्यार्थियों को दाखिला देने का दबाव बना रहे हैं जिन्होंने प्रवेश के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय के पोर्टल पर पंजीकरण तक नहीं कराया। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि ऐसे विद्यार्थियों को नियमविरुद्ध जाकर कतई दाखिला नहीं दिया जा सकता है।

150 सीटें रिक्त

एमबीपीजी में कई बार की प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी एमए में विभिन्न विषयों की करीब 150 सीटें इस बार रिक्त रह गई हैं। इन सीटों को बाहरी राज्यों के ऐसे विद्यार्थियों से भरने का दबाव बनाया जा रहा है जिन्होंने कभी पंजीकरण ही नहीं कराया है। प्रभारी प्राचार्य डा. बीआर पंत ने बताया कि स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में दाखिला प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। छूटे विद्यार्थियों को दाखिला लेने का कई बार मौका दिया गया। अप्रैल में परीक्षाएं होनी है ऐसे में अब किसी को दाखिला नहीं दिया जाएगा। कॉलेज प्रशासन किसी तरह के दबाव में नहीं आएगा।

 

उत्‍तराखंड में बेहतर होगी स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं, केंद्र सरकार ने इन महत्‍वपूर्ण योजनाओं को दी स्वीकृति

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की वार्षिक कार्ययोजना 2021—22 में प्रस्तावित उन सभी महत्वपूर्ण योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है जिनके लागू होने से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास व विस्तार को गति मिलेगी। प्रभारी सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय के नेतृत्व में बैठक में एनएचएम के निदेशक व अन्य प्रभारी अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

एनएचएम की वार्षिक कार्ययोजना को स्वीकृति मिलने पर प्रभारी सचिव डा. पांडेय ने प्रसन्नता व्यक्त की। बताया कि इस वर्ष एनएचएम के लिए 699.77 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है। राज्य की ओर से प्रस्तावित सभी प्रस्तावों को केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है। उन्होंने पीआइपी के अनुमोदन को राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। एनएचएम की निदेशक डा. सरोज नैथानी ने बताया कि इस वर्ष एनएचएम द्वारा राज्य में संचालित 54 डिलीवरी केंद्रों व 29 एफआरयू को सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण सुझाव पीआइपी में प्रस्तावित किया गया था। जिस हेतु केंद्र सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किए जाने का अनुमोदन कर दिया गया है। बताया कि इन डिलीवरी केंद्रों व एफआरयू की गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के कारण प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में सहायता मिल रही है।बाल स्वास्थ्य में सुधार के लिए पौड़ी, चमोली व टिहरी के लिए स्वीकृत नौ आरबीएसके टीमों की मंजूरी को इस कार्यक्रम के लिए उपयोगी बताया है। इसी तरह बीमार बच्चों को अस्पतालों में उपचार हेतु रेफर किए जाने के दौरान रेफरल वाहन की स्वीकृति भी स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। क्योंकि अब कॉल सेंटर नंबर 104 के माध्यम से चिन्हित बीमार बच्चों को ट्रांसपोर्ट के अलावा एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी की देखरेख में रेफर किया जा सकेगा।

केंद्र से इन प्रस्तावों को मिली स्वीकृति

  • राज्य में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में 500 नए कम्युनिटी हेल्थ आफिसर्स की तैनाती
  • एनएचएम द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत 400 एएनएम व 158 स्टाफ नर्सों की संविदा पर नियुक्ति को मंजूरी
  • राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत नौ नई टीमों की तैनाती की स्वीकृति। जिसके बाद संख्या बढक़र 148 हो जाएगी।
  • बागेश्वर, चमोली, चंपावत, टिहरी व उत्तरकाशी के लिए डायलिसिस यूनिट की मंजूरी
  • आपातकालीन सेवा 108 को प्रदान किए गए 132 नई एंबुलेंस के संचालन व रखरखाव हेतु 18.50 करोड़ का बजट स्वीकृत
  • बच्चों व शिशुओं को उपचार के दौरान बड़े अस्पतालों को रेफर करने पर रैफरल ट्रांसपोर्ट की सुविधा
  •  सरकारी अस्पतालों में उपचार लेने वाले सभी मरीजों के लिए रेफरल लिंकेज की सुविधा
  •  राज्य में स्थापित 29 एफआरयू को क्रियाशील बनाने के लिए प्रस्तावित बजट की मंजूरी तथा पांच अतिरिक्त एफआरयू को स्वीकृति
  • गढ़वाल व कुमाऊं में एक-एक कार्डियक केयर यूनिट को पीपीपी मोड के तहत खोले जाने को मंजूर

 

सल्ट उपचुनाव के लिए 20 या 21 मार्च को भाजपा करेगी प्रत्याशी का एलान

भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के कारण रिक्त हुई विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के बाद भाजपा अब प्रत्याशी चयन को माथापच्ची में जुट गई है। इस कड़ी में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की अगुआई में तीन सदस्यीय टीम ने सल्ट में डेरा डाल लिया है। यह टीम पार्टी कार्यकत्र्ताओं के मन की थाह लेने के बाद शुक्रवार को दोपहर तक संभावित दावेदारों का पैनल प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी।

20 मार्च को भाजपा की प्रदेश चुनाव संचालन समिति की बैठक में पैनल में से एक नाम पर मुहर लगाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक पहले तो इसी दिन शाम को या फिर 21 मार्च को प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी। सल्ट सीट का उपचुनाव भाजपा की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। इसे वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की रिहर्सल के तौर पर देखा जा रहा है तो वहीं इसमें नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक के कौशल की परीक्षा भी होनी है। इसे देखते हुए सरकार और संगठन सल्ट उपचुनाव को हल्के में लेने के मूड में नहीं है। उपचुनाव के सिलसिले में गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व धन सिंह रावत ने विमर्श किया।बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कौशिक ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में उपचुनाव के दृष्टिगत लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की अगुआई में तीन सदस्यीय टीम सल्ट पहुंच चुकी है। टीम में राज्यमंत्री डा.धन सिंह रावत व भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट शामिल है। शुक्रवार दोपहर तक यह टीम पैनल प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी। कौशिक के अनुसार 20 मार्च की शाम अथवा 21 मार्च को दोपहर तक प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब भी भाजपा प्रत्याशी का नामांकन दाखिल होगा, उस दौरान मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे। जल्द ही उपचुनाव के लिए चुनाव संचालन समिति भी गठित की जाएगी।

हरक व भट्ट से बात करेंगे

कौशिक ने एक सवाल पर संकेत दिए कि मुख्यमंत्री सल्ट सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री डा.हरक सिंह रावत, विधायक महेंद्र भट्ट ने मुख्यमंत्री के लिए अपनी-अपनी सीट छोडऩे की पेशकश की है। इस बारे में दोनों से बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसको कहां से चुनाव लडऩा है अथवा लड़ाना है, यह पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है।

 

उत्तराखंड में कोरोना के 88 मामले, चार जिलों में कोई नया केस नहीं

उत्तराखंड में कोरोना के 88 नए मामले आए हैं। राज्य के चार जिलों में कोई नया मामला नहीं आया है। जबकि छह जिलों में मरीजों की संख्या इकाई में है। राहत की बात यह है कि किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गुरुवार को अलग-अलग लैब से 9521 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 9433 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे ज्यादा 29 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं।

हरिद्वार में भी 23 लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर में 15, नैनीताल में छह, टिहरी में पांच, पौड़ी व अल्मोड़ा में चार-चार और बागेश्वर व उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित हुआ है। जबकि चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़ व रुद्रप्रयाग में कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला है। इधर, विभिन्न जिलों से 61 मरीज ठीक भी हुए हैं।  अब तक प्रदेश में 98 हजार 129 लोग संक्रमित हुए हैं। जिनमें 94311 स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। फिलवक्त कोरोना के 698 एक्टिव केस हैं। 1416 राज्य से बाहर जा चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1704 मरीजों की मौत भी अब तक हो चुकी है।

32 हजार, 299 व्यक्तियों को लगा टीका

कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश में चल रहे टीकाकरण अभियान में तेजी दिख रही है। गुरुवार को 436 केंद्रों पर 32 हजार, 299 व्यक्तियों को टीका लगाया गया। इनमें साठ साल से अधिक उम्र के सबसे अधिक 22129 लोग शामिल रहे। जबकि 45 से 59 साल उम्र के 1222 व्यक्तियों को भी टीका लगा है। इसके अलावा 1939 स्वास्थ्य कर्मियों व 7009 फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी टीका लगा है। इस तरह राज्य में अब तक एक लाख, 31 हजार, 82 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। वहीं साठ साल से अधिक उम्र के एक लाख 65 हजार, 638 व्यक्तियों को भी वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।

 

सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को दी चेतावनी, कहा-24 घंटे में हटाएं महिलाओं से जुड़ी ये आपत्तिजनक सामग्री

सरकार की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सख्त चेतावनी दी गई है। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राज्यसभा में कहा कि अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की न्यूड और मॉर्फ्ड फोटो मौजूद है, तो सोशल मीडिया कंपनी इसे 24 घंटे के अंदर हटा ले। बता दें कि केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसी नई गाइडलाइन का हवाला देते हुए रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सख्त संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में इंटरनेट साम्राज्यवाद को कभी स्वीकार नहीं किया गया है। इसी राह पर चलते हुए हमारी सरकार भी इंटरनेट पर किसी एक व्यक्ति का वर्चस्व नहीं होने देगी। रविशंकर प्रसाद ने साफ किया कि भारत विरोधी और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी तरह के कंटेंट को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस तरह के भारत विरोधी कंटेंट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 36 घंटों के भीतर हटाना होगा। इसके लिए मंत्री ने नई गाइडलाइन का हवाला दिया। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यूजर्स का वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया, जिससे की फर्जी खबरों को समय रहते पहचानकर रोका जा सके। हालांकि सरकार ने साफ किया कि यह सोशल मीडिया पर निर्भर करेगा कि उसकी तरह से यूजर वेरिफिकेशन कैसे किया जाए। उन्होनें कहा कि यूजर वेरिफिकेशन में सरकार का कोई रोल नहीं होगा। सरकार ने कहा कि वो आलोचनाओं से नहीं डरती है और न ही इस पर किसी तरह का प्रतिबंध लगाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी तरह की आलोचनाओं को सहन करने के लिए तैयार है।

यूजर वेरिफिकेशन की सलाह 

कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने मंत्री से पूछा कि अगर सोशल मीडिया यूजर्स की आईडी फर्जी है, तो यूजर्स की पहचान कैसे की जाएगी। इस पर मंत्री ने कहा कि यह कंपनी पर निर्भर करेगा कि वो कैसे यूजर वेरिफिकेशन करती है।



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