वित्त मंत्री ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.7% की गिरावट रहेगी, कोरोना के बाद आए इस बजट में कई विशेषज्ञ राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए कर वृद्धि की आशंका जता रहे थे, हालाकिं बजट में आम आदमी की जरूरतों के समान पर विशेष भार पढता नहीं दिखाई देता है।
इसका समर्थन शेयर बाज़ार ने भी किया जिसने पिछले 24 वर्षों में सबसे ऊँची छलांग लगायी, सुनिए आज की कुछ और सुर्खिया।
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बजट को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ