बजट को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ

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बजट को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ कुछ इस प्रकार रही –

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि सुधार बिलों की दृष्टि से जिन लोगों के मन में शंका है वो इस बजट से दूर हो जानी चाहिए। इस बज़ट में MSP के प्रति प्रतिबद्धता भी जाहिर की है और APMC को सशक्त बनाने की दृष्टि से भी सरकार ने ध्यान रखा है।


निरमला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि टैक्स पेयर पर बोझ डालने का वक्त नहीं। टैक्स सिस्टम पारदर्शी रखने का वक्त है। आम करदाता को टैक्स में कोई नई छूट नहीं। जीएसटी अब चार साल पुरानी हो गई है। जीएसटीएन सिस्टम की क्षमता भी बढ़ाई गई है। फेक बिलर्स की पहचान हो रही है। पिछले कुछ महीनों में रेकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन हुआ है। टैक्स ऑडिट की लिमिट 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ करने का प्रस्ताव। इस तरह सरकार ने टैक्सेशन सिस्टम की जटिलता को खत्म करने का प्रयास किया।


आदित्य बिरला कैपिटल के चीफ एग्जूक्यूविट अजय श्रीनिवासन का कहना है कि सरकार ने साफ तौर पर सस्टेनेबल और इन्क्लूसिव ग्रोथ के संकेत अपने बजट के जरिए दिया है। कैपिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर को जिस तरह से खर्च बढ़ाया गया है, उससे आने वाले सालों में ग्रोथ मजबूत होगी। सरकार ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य भी अधिक रहा है।


बजट पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- सरकार देश में सड़कों का जाल बिछाना चाहती है। मोदी सरकार ने इस बार बजट में किसी पर कोई टैक्स नहीं लगाया है। किसी पर बोझ नहीं बढ़ेगा। खुले मन से आएं और किसान चर्चा करें। पीएम सिर्फ एक फोन कॉल दूर हैं। ‘जिनकी सैलरी करोड़ों में हैं उनके पीएफ पर टैक्स लगाया गया है।


केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में ऐसा बजट दिया है कि कोई इसका विरोध नहीं कर सकता है। अगर कोई विरोध करता है तो वह राजनीतिक है। हम भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बढ़ रहे हैं। कोविड की वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ लेकिन बजट आवंटन में कमी नहीं हुई।


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बजट को लेकर कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किया गया आम बजट देश के इतिहास में अब तक का पहला ऐसा बजट है जिसने इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता दी है। इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के कारण अन्य सेक्टरों को भी फायदा होगा।


स्वामी रामदेव ने कहा : ये वोट बनाने वाला बजट नहीं है, ये देश बनाने वाला बजट है। सरकार ने कोई टैक्स नहीं बढ़ाया। सरकार ने आम आदमी पर कोई बोझ नहीं डाला। सरकार ने बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा।


केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। बजट के बाद हर सेक्टर में पॉजिटिविटी आई है। कोरोना महामारी के बाद जीडीपी को बढ़ाने के लिए जितने भी कदम उठाने की आवश्यक्ता थी, वो हर कदम उठाए गए हैं।


बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट सभी वर्गों, बुजुर्गों, युवाओं, महिलाओं, संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, छोटे बड़े उद्योगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने वाला बजट है।


पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट आम लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला है। इस बजट में आत्मनिर्भरता का विजन है। यह बजट विकास और विश्वास का है। यह बजट वेल्थ और वेलनेस बढ़ाने वाला है। इसमें महिलाओं और किसानों पर फोकस रखा गया है। यह बजट जान भी और जहान भी बरकरार रखने वाला बजट है। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार के बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया गया। वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है। बजट पर बोले पीएम मोदी- इस बजट में ईज ऑफ लिविंग पर जोर दिया गया।


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बजट को सर्वस्पर्शी बजट बताया है। उन्होंने कहा, “कोरोना महामारी में इस वर्ष का बजट बनाना निश्चित रूप से एक जटिल काम था। परंतु नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में निर्मला सीतारमण जी ने एक सर्वस्पर्शी बजट पेश किया है। यह आत्मनिर्भर भारत, 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, किसानों की आय दो गुना करने के संकल्प का मार्ग प्रशस्त करेगा। कोरोना महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था रिसेटिंग मोड में है, मुझे विश्वास है कि यह बजट भारत को इस अवसर का इस्तेमाल करके वैश्विक परिदर्श्य में मजबूती से उभरने में सहायक होगा और भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनेगा।”


सीएम योगी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट में समाज के हर तबके के लिए बहुत कुछ प्रावधान किया गया है। इसमें देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए जो प्रयास हुआ है और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव करने के लिए जिस प्रकार की कार्ययोजना बनाई गई है वह अभिनंदनीय है। यह बहुत महत्वपूर्ण और व्यवहारिक बजट है।


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी और राजस्व संग्रहण में दिक्कतों के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा संतुलित बजट पेश किया गया, यह स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा, ‘मैं एक संतुलित बजट प्रस्तुत करने के लिये केंद्र सरकार को बधाई देता हूं।’


इस बजट ने उन सभी प्रदर्शनकारी किसानों को क्या दिया? बीजेपी हमेशा कहती थी कि वो आय दोगुनी करेगी, क्या इस बजट से किसानों की आय दोगुनी हो रही? हमारे युवा जो पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए काम, रोज़गार के लिए इस बजट में क्या व्यवस्था की गई है, क्या इनको रोज़गार मिलेगा- अखिलेश यादव


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- लोगों को उम्मीद नहीं थी कि इस प्रकार का बजट पेश होगा क्योंकि इससे पहले भी एक तरह से पांच मिनी बजट पेश हुए हैं। ये बहुत ही शानदार बजट है इस​की जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है। रक्षा क्षेत्र के बजट में बढ़ोतरी हुई है।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अगले वित्त वर्ष के बजट को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के लोगों को धोखा दिया है और इससे पहले कभी भी बजट से इतनी निराशा नहीं हुई।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आम बजट में निजीकरण को बढ़ावा देने के अलावा कुछ भी नहीं है।


इस बजट का सार है ‘धोखा’: कांग्रेस 

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, इस बजट का सार है ‘धोखा’। यह धोखेबाज बजट है। केंद्र सरकार ने रक्षा बजट नहीं बढ़ाया। जिस प्रकार से राजकोषीय और वित्तीय घाटा लगभग 9.5-10% तक पहुंच गया है, यह निवेशक और अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की बड़ी घंटी है। कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार विनिवेश के जरिए सबकुछ बेचना चाहती है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा- ‘मोदी सरकार के बजट में एयरपोर्ट से लेकर रेल, गोदाम से लेकर बंदरगाह, सड़क से लेकर रेल, बिजली ट्रांसमिशन लाइन से लेकर भेल तक सब सरकारी सम्पति बेच डालेंगे।’

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