उत्तराखंड के वन्य जीव – प्रकृति का अनमोल खजाना

0
91
Uttarakhand Forest life

उत्तराखंड, जिसे ‘देवभूमि’ के नाम से भी जाना जाता है, केवल अपने तीर्थस्थलों और मनोहारी पर्वत श्रृंखलाओं के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि यहाँ की वन्य जीव विविधता भी इसकी प्राकृतिक धरोहर का अभिन्न अंग है। राज्य के वन्य जीव, हिमालय की ऊँचाइयों से लेकर गहरे वनों तक फैले हुए हैं। जिनमे से कुछ है!

1. हिम तेंदुआ (Snow Leopard)

हिमालय की ऊँचाइयों पर पाया जाने वाला हिम तेंदुआ अपनी खूबसूरती और दुर्लभता के लिए जाना जाता है। यह उत्तराखंड के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में देखने को मिलता है। इसका निवास स्थान 3,000 मीटर से ऊपर की ऊँचाइयों पर होता है। हालांकि यह अत्यधिक दुर्लभ है और इसे विलुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में शामिल किया गया है, फिर भी संरक्षण प्रयासों से इनकी संख्या में कुछ सुधार हुआ है।

2. कस्तूरी मृग (Musk Deer)

उत्तराखंड का कस्तूरी मृग अपने दुर्लभ कस्तूरी के लिए जाना जाता है, जिसे इत्र बनाने में उपयोग किया जाता है। इसे बचाने के लिए कई संरक्षण योजनाएँ चलाई जा रही हैं। यह प्रजाति ऊँचाई वाले जंगलों में पाई जाती है, और इसकी गिरती संख्या इसे अत्यधिक संरक्षण की आवश्यकता वाली प्रजातियों में शामिल करती है।

3. घुरल (Himalayan Goral)

घुरल, उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाने वाला एक हिरण जैसा दिखने वाला जीव है। यह ऊँचाई पर बसी चट्टानों और वन क्षेत्रों में पाया जाता है। यह जीव अपनी स्फूर्ति और ऊँची छलांग लगाने की क्षमता के लिए जाना जाता है। यह न केवल उत्तराखंड की वनों में पाया जाता है बल्कि हिमालय की समृद्ध वन्य जीव विविधता का प्रतीक है।

4. उत्तराखंड के पक्षी जीवन (Birdlife of Uttarakhand)

उत्तराखंड पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है। यहाँ कई दुर्लभ और आकर्षक पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इनमें हिमालयन मोनाल, गोल्डन ईगल, और ग्रेट हॉर्नबिल प्रमुख हैं। राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों और वन्य अभयारण्यों में ये पक्षी बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं।

5. हाथी और बाघ (Elephants and Tigers)

उत्तराखंड के तराई क्षेत्रों, विशेषकर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, में बाघों और हाथियों की बड़ी संख्या पाई जाती है। यह पार्क भारत के सबसे पुराने और प्रमुख बाघ संरक्षण स्थलों में से एक है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की आबादी ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है। इसके अलावा, यहाँ हाथियों की भी अच्छी खासी संख्या देखने को मिलती है।

संरक्षण के प्रयास (Conservation Efforts)

उत्तराखंड सरकार और वन्य जीव संरक्षण संगठनों द्वारा राज्य की समृद्ध वन्य जीव विविधता को बचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय उद्यान, वन्य अभयारण्य और संरक्षित क्षेत्र वन्य जीवों के लिए सुरक्षित स्थान प्रदान करते हैं। इसके अलावा, वनों की सुरक्षा और वन्य जीवों के आवास को संरक्षित करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ यहाँ की वन्य जीव विविधता भी इसे एक अनोखा राज्य बनाती है। हिमालय की ऊँचाइयों में बसे इन दुर्लभ जीवों को संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है। यदि हम इन्हें बचाने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाते हैं, तो यह धरोहर केवल पुस्तकों या इंटरनेट में ही रह जाएगी। वन्य जीवों का संरक्षण न केवल पर्यावरण की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हमारे भविष्य के लिए भी आवश्यक है।