भारत का पहला शीशे का पुल (ग्लास फ्लोर ब्रिज) उत्तराखंड के ऋषिकेश में बनाने की योजना है. इस ब्रिज पर चलते हुए लगेगा कि गंगा की सतह पर चल रहे हैं।
पिछले साल जुलाई से 94 साल पुराना लक्ष्मण झूला पर गाड़ियों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया था. इसके बाद उत्तराखंड सरकार ने इस पुल के डिजाइन को मंजूरी दी है।
लक्ष्मण झूला के समानांतर ही ग्लास फ्लोर ब्रिज बनाया जाएगा. इस ब्रिज की चौड़ाई 8 मीटर और लंबाई 139 मीटर होगी. जिस पर दोपहिया वाहन चलाई जाएगी. इस नए ब्रिज की उम्र लगभग 150 साल होगी.
इसे पहले ऐसा ही एक पुल चीन में भी बनाया गया है. यह पुल चीन के हुनान प्रांत में चांगचियाचिए में दो पर्वतों को जोड़ता है. लगभग 300 मीटर की ऊंचाई पर बने 430 मीटर लंबे इस पुल को बनाने में 34 लाख डॉलर खर्च हुए. इस पुल का फ़र्श तीन परतों वाले पारदर्शी शीशे के 99 चौकोर पैनलों से बनाया गया है. शीशे के पुलों को लेकर चीन में दीवानगी सी देखी जा रही है. बताया जा रहा है कि निर्माण और आर्किटेक्चर में कई विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने वाले इस्रायल के आर्किटेक्ट हैम डोटान ने इस पुल का डिज़ाइन बनाया है।
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