क्या है Wi-Fi कैसे काम करता है?

by Neha Mehta
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what is wi-fi how it works

आज की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में मोबाईल फोन बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है। फोन होने के बाद तो इंटरनेट और भी ज्यादा जरूरी है। इस इंटरनेट की सुविधा को और अच्छा करने के लिए या यू कह ले जिस जगह ज्यादा इंटरनेट की जरूरत होती हैं उस जगह ज्यादातर वाई-फ़ाई कनेक्शन देखने को मिलते हैं, हालांकि आज के समय में हमे लगभग हर जगह वाई-फ़ाई देखने को मिल जाएगा। आज की पोस्ट में हम इसी वाई-फ़ाई के बारे में जानेगे।

Wi-Fi क्या हैं?

वाई-फाई रेडियो तरंगों की मदद से नेटवर्क और इंटरनेट तक पहुँचने की एक युक्ति है। यह वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के इर्द-गिर्द मौजूद मोबाइल फोनों को वायरलैस इंटरनेट उपलब्ध कराने का काम करता है। इस तकनीक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी गति (स्पीड) सामान्य सेवा प्रदाताओं की ओर से दी जाने वाली गति से काफी तेज होती है, जो  इसके इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनीयर्स मानकों पर निर्भर करती है जो 802.11 प्रोटोकॉल कहलाते हैं।  इन प्रोटोकोलों की श्रृंखला में सबसे नया प्रोटोकाल 802.11ag है जो  2018 में जारी किया गया है। यह तकनीक आजकल के नए स्मार्टफोन, लैपटॉप और कंप्युटर  में आसानी से पाई जाती है। एक वायरलेस नेटवर्क बनाने के लिए, एक वायरलेस राऊटर  की जरूरत पड़ती है।

Wi-Fi का इतिहास

WiFi का आविष्कार John O’ Sullivan  ने 1991 में किया था।  John O’ Sullivan  उस समय CSIRO  कंपनी में नौकरी करते थे।  ऐसा माना जाता है कि उनकी पूरी टीम ने मिलकर WiFi  का आविष्कार किया था,  लेकिन John O’ Sullivan ने उसमें बदलाव करके WiFi  की Speed को और भी अधिक बढ़ा दिया था और सिग्नल को और भी बेहतर बनाया था।  इसलिए John O’ Sullivan को WiFi Network का अविष्कारक माना जाता है।

Wi-Fi कैसे काम करता हैं?

वाई-फ़ाई तकनीकी में एक ऐसा उपकरण लगा होता है जो कि वायरलेस सिग्नल को ट्रांसमिट करती है, आमतौर पर यह डिवाइस हॉटस्पॉट या राऊटर होता है।

ब्रॉडबैंड और राऊटर में बाहर से आए हुए इन्टरनेट कनेक्शन की केबल लगी रहती है। राऊटर इन्टरनेट से जुड़कर सूचनाओं को रेडिओ तरंग में बदल देता है। भेजे जा रहे डेटा की मात्रा के आधार पर दो रेडियो-तरंग आवृत्तियों का उपयोग किया जा सकता है: 2.4 GHz और 5 GHz। WiFi डिवाइस अपने वातावरण में मौजूद वाई-फ़ाई से जोड़कर होकर अपने आस – पास एक छोटा सा Wireless Signal का एरिया बनाता है इसे WiFi Zone कहते हैं।

इस एरिया में जितने भी डिवाइस होते हैं उन्हें हम वाई-फ़ाई से जोड़ सकते है।  लैपटॉप, मोबाइल, प्रिंटर, टेबलेट आदि डिवाइस में पहले से Wireless Adapter लगा होता है जिसकी मदद से ये सभी डिवाइस आसानी से WiFi Signal को प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन डेस्कटॉप में Wireless Adapter नहीं लगा होता है इसलिए USB Port के द्वारा Adapter लगा कर डेस्कटॉप में वाई-फ़ाई का इस्तेमाल किया जाता है।

वायरलेस राउटर

वायरलेस राउटर आमतौर पर घरों में पाए जाते हैं। वे हार्डवेयर डिवाइस हैं जिनका उपयोग इंटरनेट सेवा देने वाले आपको अपने केबल या xDSL इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ने के लिए करते हैं। एक वायरलेस राउटर को कभी-कभी एक वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN) डिवाइस के रूप में जाना जाता है। एक वायरलेस नेटवर्क को वाई-फाई नेटवर्क भी कहा जाता है। एक वायरलेस राउटर एक  वायरलेस एक्सेस प्वाइंट और एक राउटर के नेटवर्किंग कार्यों को जोड़ता है।

मोबाइल वायरलेस हॉटस्पॉट

एक मोबाइल हॉटस्पॉट, दोनों टेथर और अनएथर्ड कनेक्शन वाले स्मार्टफ़ोन पर एक सामान्य सुविधा है। जब आप अपने फ़ोन के मोबाइल हॉटस्पॉट को चालू करते हैं, तो आप अपने वायरलेस नेटवर्क कनेक्शन को अन्य उपकरणों के साथ साझा करते हैं जो तब इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं।

Wifi क्या करता हैं?

WiFi का इस्तेमाल हम अपने स्मार्टफ़ोन, कंप्यूटर आदि डिवाइस को इन्टरनेट से जोड़ने के लिए करते हैं. पर वास्तव में WiFi इन्टरनेट का Wireless Connection नहीं है. यह उन डिवाइस का Wireless Connection होता है जिनकी मदद से हम WiFi Access कर सकते हैं.

WiFi  से Connected डिवाइस को वाई-फ़ाईलोकल नेटवर्क तक पहुंचा देता है जिसकी मदद से आप बिना तार के अपने डिवाइस को इन्टरनेट से Connect कर सकते हैं.

WiFi के उपयोग

आज के समय में इंटरनेट बहुत जरूरी हो गया है। जिसके चलते आज के समय में वाई-फ़ाई का उपयोग लगभग हर जगहों में स्मार्टफोनए, लैपटॉप, कंप्युटर आदि डिवाइस को इन्टरनेट से जोड़ करने के लिए किया जाता है।

शिक्षा से ऑनलाइन होने से घर, स्कूल, कॉलेज आदि स्थानों पर वाई-फ़ाई की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऑफिस के भी वाई-फ़ाई का इस्तेमाल बखूबी किया जाता है। ऑफिस में सभी सिस्टम वाई-फ़ाई से Connect रहते हैं जिससे कि कंपनियों का काम सुचारू रूप से चलता रहे।

हमें अपने आस-पास लगभग हर जगह वाई-फ़ाई को जरुर पायेंगे। आपने भी कभी न कभी WiFi का उपयोग जरुर किया होगा।

WiFi की विशेषताएं

वाई-फ़ाई की Speed –

WiFi की Speed मोबाइल नेटवर्क की तुलना में बहुत Fast होती है. इसी कारण से अधिकतर लोग WiFi Network का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं.

वाई -फ़ाई की कीमत

मोबाइल Data की तुलना में WiFi की Cost बहुत कम होती है और Jio के आने के बाद तो WiFi और भी सस्ता हो गया है.

एक से ज्यादा डिवाइस

एक WiFi Network से आप अनेक डिवाइस Connect कर सकते हैं.

आसानी से इस्तेमाल

WiFi का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है. आप अपने डिवाइस में WiFi को On करके और Password Enter करके WiFi का इस्तेमाल कर सकते हैं. WiFi का इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी भी प्रकार की Technical Knowledge की जरुरत नहीं पड़ती है।

WiFi के फायदे

बिना किसी केबल के अपने डिवाइस को आप इन्टरनेट से Connect कर सकते हैं।

वाई-फ़ाई के Access Point से आप किसी भी Client को आसानी से हटा और जोड़ सकते हैं।

कंप्यूटर, स्मार्टफ़ोन आदि डिवाइस को वाई-फ़ाई से जोड़ना बहुत ही आसान है।  बिना किसी Technical जानकारी के आप अपने डिवाइस को वाई-फ़ाई से जोड़ सकते हैं।

मोबाइल नेटवर्क की तुलना में वाई-फ़ाई की Speed बहुत अधिक होती है।

वाई-फ़ाई की मदद से आप एक नेटवर्क से अनेक डिवाइस को Connect कर सकते हैं।

WiFi इस्तेमाल करते समय ध्यान रखनी वाली बातें

जब एक ही नेटवर्क में अधिक डिवाइस कनेक्ट होते हैं तो वाई-फ़ाई की Speed कम हो जाती है।

Wireless होने के कारण Full Security देना मुश्किल है।

वाई-फ़ाई की रेंज सीमित होती है आप जअधिक दूर से वाई-फ़ाई से Connect नहीं हो सकते हैं।

कई Location पर वाई-फ़ाई की Speed अच्छी नहीं होती है।

WiFi के Version

वाई-फ़ाई नेटवर्क को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए वाई-फ़ाई के नए–नए version भी आते रहते हैं जिन्हें वाई-फ़ाई  Standards भी कहते हैं। अभी तक वाई-फ़ाई के सभी संस्करण निम्न प्रकार से हैं –

 WiFi 1: 802.11a  –

इस तकनीकी का आविष्कार 1999 में IEEE ने किया था. जो कि 5 GHz आवर्ती पर 54 Mbps गति से 115 फिट तक काम करता था।

WiFi 2:  802.11b –

यह 1999 में घरेलू उपयोग के लिए बना था, जो 5 GHz आवर्ती पर 11 Mbps गति से 115 फिट तक काम करता था।

WiFi 3: 802.11g –

इसे वर्ष 2003 में 802.11a व 802.11b को मिलाकर बनाया गया था, जो 2.4 GHz आवर्ती पर 54 Mbps गति से 125 फिट तक काम करता था।

WiFi 4: 802.11n –

यह वर्ष 2009 में 2.4 GHz व 5 GHz दोनों आवर्ती राऊटर (Dual Band Router) पर काम करने के लिए बनाया गया था। इसकी डाटा भेजने की गति 54 Mbps और 230 फिट तक काम करता था।

WiFi 5: 802.11ac –

यह वर्ष 2014  में बनाया गया था, जो 5 GHz आवर्ती पर 1.3 Gbps की गति से 115 फिट तक काम करता था।

WiFi 6: 802.11ax –

WiFi का यह version सबसे नवीनतम है, इसकी स्पीड 10GBps है।

 

 

 

 



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