उत्तराखंड में कई शहरों में दिन की शुरूवात हुई कोहरे से, कही हल्की धूप निकली

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Fog started in many cities in Uttarakhand, light sunlight came out

उत्तराखंड में रविवार को दिन की शुरुआत कोहरे के साथ हुई। कई जगह कोहरा छाया हुआ है तो कहीं पर हल्की धूप निकली है। लेकिन तापमान में गिरावट के कारण कड़ाके की ठंड बनी हुई है।

रामनगर, हल्द्वानी, जसपुर, लोहाघाट, रुद्रपुर और चंपावत में घना कोहरा छाया हुआ है। वहीं, पिथौरागढ़ में सुबह आठ बजे तक धूप निकलने के बाद फिर से कोहरा छा गया। हरिद्वार और रुड़की में भी धुंध छाई हुई है। ऋषिकेश में मौसम साफ है, लेकिन आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में घना कोहरा छाया है। कोहरे के कारण यातायात में भी लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

पहाड़ों की रानी मसूरी और राजधानी देहरादून में हल्की धूप निकलने से मौसम सुहावना बना हुआ है। अल्मोड़ा और रुद्रप्रयाग में भी चटख धूप निकलने से ठंड से थोड़ी राहत है।

वहीं, मौसम विभाग ने आज मैदानी इलाकों में घना कोहरा रहने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर जिले में चेतावनी जारी की है।

मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले कुछ दिन मैदानी इलाकों में कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है। दिनभर कोहरे की धुंध रह सकती है। देहरादून में धूप खिलने की संभावना है।

मसूरी में पाले गिरने  की वजह से फिसल रहे वाहन

पहाड़ों की रानी मसूरी का लुत्फ लेने पहुंचे पर्यटकों को अब पाला की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को कैंपटी रोड पर इंदिरा कॉलोनी के निकट कार फिसलने से दो लोग घायल हो गए। इसके अलावा पाला की वजह से पेयजल लाइन में पानी जमने से स्थानीय लोग भी परेशान हैं।

शनिवार को देहरादून से बड़कोट उत्तरकाशी जा रही कार कैंपटी रोड पर इंदिरा कॉलोनी के निकट पाले की वजह से फिसल गई। इसके बाद कार लिंक मार्ग पर गिर गई। दुर्घटना में सुशील कुमार सोनी ग्राम खरादी बड़कोट उत्तरकाशी और नरेश कुमार बड़कोट उत्तरकाशी चोटिल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने चोटिल लोगों को कार से बाहर निकाल कर अस्पातल भेजवाया। कार को भारी नुकसान हुआ है।

वहीं पर्यटन स्थल कंपनी गार्डन में फूलों की खेती को नुकसान हो रहा है। साथ ही शहर के कई क्षेत्रों में नलों में पानी जमने की समस्या हो रही है। नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और  एनएच 707ए के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि पाले से घटनाएं कम हों इसके लिए सड़कों पर चूने का छिड़काव कराया जा रहा है।