उत्तराखंड समाचार 1अप्रैल 2021

by Deepak Joshi
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उत्तराखंड में चिंता बढ़ा रही कोरोना की रफ्तार, एक सप्ताह में 72 फीसद मामले दून व हरिद्वार से

देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना फिर बेकाबू हो रहा है। बुधवार को प्रदेश में 293 नए मामले मिले। वहीं चार मरीजों की मौत भी हुई है। इनमें दो मरीजों की मौत दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय और एक-एक मरीज की मौत एम्स ऋषिकेश व श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में हुई है। फिलहाल सबसे चिंताजनक स्थिति देहरादून व हरिद्वार जिले की है। पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में 1765 मामले आए हैं, जिनमें 72 फीसद अकेले इन दो जनपदों से हैं। इन दो जनपद में हर दिन औसतन 181 मामले आए हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सरकारी व निजी लैब से 11354 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिनमें 11061 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक 171 लोग संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में भी 70 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा नैनीताल में 21, ऊधमसिंह नगर में 16, पौड़ी में सात, पिथौरागढ़, टिहरी व चमोली में दो-दो और उत्तरकाशी व बागेश्वर में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। जबकि अल्मोड़ा, चंपावत व रुद्रप्रयाग में संक्रमण का नया मामला नहीं मिला है। इधर, विभिन्न जिलों से 118 मरीज ठीक भी हुए हैं। अब तक प्रदेश में एक लाख 411 लोग संक्रमित हुए हैं। जिनमें 95330 (94.94 फीसद) स्वस्थ्य हो चुके हैं। फिलवक्त 1863 सक्रिय मामले हैं, जबकि 1501 मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1717 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।

 

देहरादून-मसूरी रोड पर कार पलटी, दो व्‍यक्तियों की मौत; पांच घायल

मसूरी से देहरादून आ रही दिल्ली नंबर की एक कार कोल्हुखेत से पलट गई। कार में सवार दो युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गुरुवार सुबह पौने सात बजे कंट्रोल रूम में हादसे संबधी सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची।

पुलिस के अनुसार, एक कार जिसका नंबर डीएल 6 सी आर 8591 है, मसूरी से देहरादून की तरफ जा रही थी। कार पानी वाला बैंड पर अनियंत्रित होकर मोड़ पर ऊपर वाली रोड से नीचे रोड पर गिर गई। जिसमें मौके पर दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। बाकी पांच व्यक्ति घायल हैं। बताया जा रहा है कि देहरादून व दिल्ली से आए सभी युवक आपस में दोस्त हैं और मसूरी घूमने गए थे। रात को मसूरी रुकने के बाद सुबह सुबह वापस देहरादून आ रहे थे।

 

गढ़वाल विश्‍वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू, कोविड गाइडलाइन का सख्ती से हुआ पालन

हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि की विषम (ईवन) सेमेस्टर परीक्षाएं बुधवार से शुरू हो गई हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दून के चार प्रमुख सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालय डीएवी, डीबीएस, एमकेपी व श्री गुरुराम राय पीजी कॉलेज में कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।

परीक्षा कक्ष में जाने से पहल छात्र-छात्राओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। मास्क के बिना छात्रों को कॉलेज गेट से अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। परीक्षा कक्ष में दो छात्रों के बीच दो गज की दूरी का मानक रखा गया है। कॉलेज गेट पर व परीक्षा कक्ष में सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। परीक्षा कक्ष में मौजूद शिक्षक व स्टाफ को भी कोविड गाइडलाइन का पालन छात्र-छात्राओं के जैसा ही करना है।

परीक्षाएं 24 अप्रैल तक चलेंगी। डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना व डीबीएस पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडे ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को 70 घंटे पहले का कोरोना जांच की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। तभी उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। एसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो.वीए बौड़ाई ने बताया कि पहले दिन करीब चार सौ छात्र-छात्राओं ने सेमेस्टर परीक्षा दी। डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि परीक्षा में स्नातक व स्नातकोत्तर के करीब दौ सौ छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे।

डीएवी में पहले दिन 1600 छात्रों ने दी परीक्षा

डीएवी पीजी कॉलेज परीक्षा नियंत्रक डॉ. डीके त्यागी ने बताया कि पहले दिन सुबह आठ बजे से नौ बजे और 11 से 12 बजे के बीच क्रमश: स्नातकोत्तर व स्नातक कक्षाओं के विभिन्न विषयों के पेपर हुए। दोनों पालियों में 1605 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

एमकेपी में किया गया सैनिटाइजेशन

सेमेस्टर परीक्षा से पहले एमकेपी पीजी कॉलेज के सभी कक्ष बुधवार सुबह नगर निगम के कर्मचारियों ने सैनिटाइज किए। उसके बाद सुबह आठ बजे से पहली पारी की परीक्षा शुरू हुई। प्राचार्य डॉ. रेखा खरे ने बताया कि बुधवार को बीए, बीएससी व एमएससी के विभिन्न विषयों की परीक्षा हुई। परीक्षा में 373 छात्राएं शामिल हुईं। उन्होंने बताया कि परीक्षा कक्ष में दो गज की दूरी पर सीटें लगाई गई हैं

।प्रो. कुमकुम रौतेला (निदेशक उच्च शिक्षा) ने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों में परीक्षा के दौरान कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना सुनिश्चित किया गया है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल पड़ी है, इसे देखते हुए मास्क, सैनिटाइजर व दो गज की दूरी का पालन छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकों व नॉन टीचिंग स्टॉफ को भी अनिवार्य रूप से करना है।

 

उत्‍तराखंड में नई गाइडलाइन का दिखने लगा असर, कार्बेट पार्क में 35 से 40 फीसद बुकिंग निरस्त

उत्तराखंड में आने वाले लोगों की कोरोना जांच की अनिववार्यता से रामनगर के पर्यटन कारोबार पर इसका असर दिखने लगा है। रामनगर के रिसॉर्ट व होटलों में ही इस वीकेंड की 35 से 40 फीसद बुकिंग निरस्त हो चुकी है। रिसॉर्ट में बुकिंग निरस्त होने से कॉर्बेट पार्क पर भी इसका असर पड़ेगा। ऐसे में इस साल भी पर्यटन कारोबार तरह के प्रभावित होने की प्रबल संभावना है।

देश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए दिल्ली, महाराष्ट्र्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड में आने पर सख्ती कर दी गई है। उत्तराखंड में आने पर लोगों को अपने 72 घंटे पहले की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। रिपोर्ट नहीं लाने पर शहर के बार्डर पर लोगों को कोविड टेस्ट किया जाएगा।  क्वारंटाइन होने से बचने के लिए जो लोग छुट्टी मनाने रामनगर में आना चाह रहे थे। उन्होंने कई रिसॉर्ट व होटलों में अपनी बुकिंग निरस्त कर दी है। शुक्रवार, शनिवार व रविवार को वीकेंड पर रामनगर में काफी बुकिंग हो चुकी थी। अब रिसॉर्ट में इन दो दिनों की 35 से 40 फीसद बुकिंग पर्यटक निरस्त करा चुके हैं। यदि यही हाल रहा तो आगे कारोबार पर और भी असर पड़ेगा।

कुछ समय से पर्यटन कारोबार पटरी पर आ रहा था। अब दोबारा कोरोना के खतरे की वजह से पर्यटक नहीं आ रहे हैं। 35 से 40 फीसद लोगों ने रामनगर के रिसॉर्ट में बुकिंग निरस्त करा दी है। इससे पर्यटन के साथ ही स्थानीय रोजगार पर भी इसका असर पड़ता है। गाइडलाइन को लेकर पर्यटक असमंजस में है।

हरी सिंह मान, अध्यक्ष होटल एंड रिसॉर्ट एसोसिएशन रामनगर। कॉर्बेट के पार्क वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि यदि होटलों में बुकिंग निरस्त हुई तो कॉर्बेट पार्क के पर्यटन पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। अभी कॉर्बेट पार्क में कोरोना की वजह से बुकिंग निरस्त की जानकारी नहीं है।

 

 

सल्‍ट उपचुनाव को लेकर भाजपा ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को सूची में शामिल करना भूली भाजपा

विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत और विजय बहुगुणा के नाम शामिल करना ही भाजपा भूल गई। इंटरनेट मीडिया में इसे लेकर सवाल उठे तो पार्टी ने भूल सुधार करते हुए उनके नाम सूची में जोड़े। संशोधित सूची के अनुसार दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत अन्य नेता स्टार प्रचारक की भूमिका में रहेंगे।

भाजपा की ओर से बुधवार को सल्ट उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की गई। इसमें केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, सांसद अजय भट्ट, अजय टम्टा व माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी व नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, बंशीधर भगत, डा. हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य, अरविंद पांडेय, सुबोध उनियाल व गणेश जोशी, राज्यमंत्री धन सिंह रावत व रेखा आर्य, विधायक पूरन फत्र्याल, दीवान सिंह बिष्ट, बलवंत भौंर्याल, चंदन रामदास, महेश नेगी, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी कुलदीप कुमार व सुरेश भट्ट, उपाध्यक्ष सुरेश जोशी के नाम शामिल किए गए। इस बीच इंटरनेट मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विजय बहुगुणा के नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल न किए जाने को लेकर चर्चा के साथ ही सवाल उठे तो पार्टी को अपनी भूल का अहसास हुआ। इसके बाद भाजपा नेतृत्व ने दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम भी सूची में जोड़ दिए। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान के मुताबिक संशोधित सूची चुनाव आयोग को भेज दी गई है।

 

PPF, SSY, SCSS सहित कई स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में भारी कटौती

सरकार ने पीपीएफ (PPF) और अन्य स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स (Small Saving Schemes) पर ब्याज दरों में मार्च से जून 2021 तिमाही के लिए काफी कटौती की है। सरकार ने पीपीएफ पर ब्याज दर को आगामी वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 7.1 फीसद से घटाकर 6.4 फीसद कर दिया है। इसके अलावा, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC) पर ब्याज दर को 6.8 फीसद से घटाकर 5.9 फीसद कर दिया गया है। वहीं, सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर ब्याज दर को सरकार ने 7.4 फीसद से घटाकर 6.5 फीसद कर दिया है।

सरकार ने  मार्च से जून 2021 तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर ब्याज दर को 7.6 फीसद से घटाकर 6.9 फीसद कर दिया है। वहीं, किसान विकास पत्र (KVP), जिसकी अवधि पहले 124 महीने होती थी, वह अब 138 महीने में मैच्योर होगी। इस पर दर 6.9 फीसद से घटकर 6.2 फीसद कर दी गई है।

दूसरे लघु बचत उत्पाद, जिनकी ब्याज दरों में कटौती की गई है, उनमें पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस बचत खाता और पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) शामिल हैं। एक से पांच साल की अवधि वाले पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर को 5.5-6.7 फीसद से घटाकर 4.4-5.8 फीसद कर दिया गया है। वहीं, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट  पर ब्याज दर को 4 फीसद से घटाकर 3.5 फीसद कर दिया गया है।

स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें प्रत्येक तिमाही के लिए तय होती हैं। सरकार इन दरों को तय करती है। अप्रैल 2020 में दरों में बड़ी कटौती के बाद स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों को पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में अपरिवर्तित रखा गया था।

 

सीएम मनोहरलाल बोले- हरियाणा में कोरोना वायरस की तीसरी लहर, हो रही नियंत्रण से बाहर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि राज्‍य में कोरोना वायरस (CoronaVirus) की तीसरी लहर शुरू हो गई हैं। इस नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों के मास्‍क पहनने, सेनेटाइजेशन और फिजिकल दूरी को लेकर सख्‍ती बरती जा रही है। इसेे साथ ही उन्‍होंने और कड़े कदम उठाने के संकेत भी दिए।

यहां पत्रकारों से बातचीत में सीएम मनोहरलाल ने कहा कि पिछला वर्ष कोरोना वर्ष के रूप में बीता है। मार्च से कोरोना की तीसरी लहर फिर चालू हो गई है। यह कंट्रोल होती दिखाई नहीं दे रही है। हम 800 एक्टिव केस पर आ गए थे, लेकिन यह अब कोरोना के एक्टिव मामले नौ हजार पर पहुंच गए हैं। हर रोज 800 से 900 एक्टिव केस आ रहे हैं। हम सावधानियां बरत रहे हैं। मास्क पहनने, सेनेटाइजेशन और फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए हम सख्ती से काम कर रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि 25 दिसंबर को गुड गवर्नेंस डे मनाते हैं। हम 2021 को पूरा साल गुड गवर्नेंस ईयर के रूप में मना रहे हैं। परिवार पहचान पत्र बना रहे हैं। हर परिवार की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का आकलन कर रहे हैं। इस डाटा के आधार पर हम वास्तविक पात्रों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देंगे। सबसे कम आय वाले व्यक्ति को सबसे पहले लाभान्वित किया जाएगा।

उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना की शुरुआत कल से होगी। 12 से 13 हजार परिवारों की आय का वेरीफिकेशन हो गया है। एक लाख अति गरीब परिवारों को चिन्हित किया जाना है। ऐसे गरीब व्यक्तियों को हम काम भी देंगे। वह जो काम कर सकेंगे, वही काम देंगे। न पर्ची और न खर्ची का सिस्टम देश में आदर्श बन गया है।

मनोहरलाल ने कहा कि लाल डोरा की मुक्ति का अभियान पूरे देश में लागू हुआ है। हरियाणा ने इसकी शुरुआत की थी। इससे प्रापर्टी पर मलकीयत मिलेगी। झगड़े खत्म होंगे। अच्छी कीमत पर प्रापर्टी बिकेगी। कर्ज मिल सकेगा। पानी बचाने का हमने संकल्प लिया है। इसके लिए हमने दो साल की जल प्रबंधन योजना बनाएंगे, ताकि पानी की एक-एक बूंद बचा सकें। 25 फीसदी उपचारित पानी का उपयोग हम दोबारा करेंगे। ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना चलाई है, ताकि किसान पानी का कम उपयोग कर सके। डार्क जोन में पानी का दोहन कम हो सकेगा। मेरी फसल मेरा ब्योरा में कानून बनाएंगे। गिरदावरी के कालम में सिर्फ मालिक का नाम। खेती करने वाला किसान होगा, मालिक नहीं होगा।  मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि समूह सी और डी की नौकरियों में वन टाइम रजिस्ट्रेशन शुरू किया है। 31 मार्च से बढ़ाकर इसे 31 मई कर दी गई है। हरियाणा में अभी तक 4 लाख 59 हजार ने फार्म भरा। 3 लाख 20 हजार हरियाणा के हैं। 1 लाख 36 हजार ने यह नहीं बताया कि वह कहां के हैं। इस योजना के साथ परिवार पहचान पत्र जोड़ने वाले हैं।. आइएएस और एचसीएस की सीटें हमने सीएम की मुट्ठी से बाहर निकाल दी। मैरिट को हमने वरीयता दी है।

उन्‍होंने कहा कि कालेज विद्यार्थियों के निशुल्क पासपोर्ट बनाने का कार्यक्रम चलाया है। 6800 विद्यार्थियों को यह पासपोर्ट दिए गए हैं। अभी तक जो अप्लाई करते हैं, उन्हें ही मिलते हैं। पोस्ट ग्रेजुएट के हर विद्यार्थी को अनिवार्य रूप से निशुल्क पासपोर्ट देंगे। बिना आवेदन के ही यह मिलेगा।

मनोहरलाल ने कहा कि हम ढूंढ रहे हैं कि कहां गड़बड़ है। हम शिकायतें ढूंढ ढूंढकर शिकायतें और गड़बड़ी दूर कर रहे हैं। सरकारी विभागों का शुद्धिरकरण कर रहे हैं। परिवहन विभाग में आपरेशन शुद्धि चलाया है। परिवहन विभाग में डीटीओ नियुक्त किए हैं। नवंबर 2019 से मार्च 2020 तक 9 800 चालान हुए, जिसमें से 8830 का निपटान 37 करोड़ की राशि से हो चुका है। उसके बाद जब डीटीओ बनाए गए, नवंबर 2020 से मार्च 2021 तक 25 हजार चालान हुए। इसमें से 22 हजार 400 का निपटान कर 72 करोड़ रुपये की राशि वसूल की गई है।ओवर स्पीड हुई तो आटोमेटिक चालान होगा। चालान की राशि आटो डेबिट होगी। डिपार्टमेंट इस योजना पर काम कर रहा है। सुशासन को हम किस तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं, यह उसका शानदार उदाहरण है।

सीएम ने कहा कि रजिस्ट्रियों का ई-पंजीकरण आरंभ किया गया है। सात-ए का दुरुपयोग हुआ है। शिकायतें आईं तो जांच हुई। सात-ए को बंद कर दिया है। सात-ए जहां लागू है, वहां रजिस्ट्री नहीं होगी। इस खामी को समाप्‍त कर दिया है। हम इन कठिनाइयों को दूर करने में लगे हैं। इसका लाभ यह होगा कि अनाधिकृत कालोनियां नहीं बन पाएगी। अभी तक कालोनियां अवैध होती जाती हैं और उन्हें नियमित किया जाता है। आगे से ऐसा नहीं होगा।

उन्‍होंने कहा कि जमीनों के सीएलयू को आनलाइन कर दिया है। स्कूल, अस्पताल, हेल्थ सर्विस, पेट्रोल पंप की सीएलयू आटोमेटिक मिलेगी। राजस्व जांच विभाग द्वारा की जाएगी। सालों साल जमीनों की रिमांड का खेल खत्म कर दिया है। अधिकारी जो भी निर्णय देगा, सिर्फ एक अपील होगी। दूसरी अपील नहीं होगी। 20-20 साल की प्रापर्टी का खेल बंद होगा। रेवेन्यू रिकार्ड में गड़बड़। जमीनों का विवाद सबसे ज्यादा है।

मनोहरलाल ने कहा कि हमने विभिन्न केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं के लिए एक काउंट पर मिलेगी। उस काउंटर का नाम अंत्योदय सरल पोर्टल रहेगा। ई-दिशा केंद्रों पर भी यह सेवाएं मिलेंगी। 550 सेवाएं और योजनाओं के फार्म एक जगह मिलेगी।  300 कर्मचारियों वाले विभागों के कर्मचारियों के एक अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच होगा। आनलाइन तबादले होंगे इन सभी के। हर साल कोई भी व्यक्ति ट्रांसफर के लिए अप्लाई कर सकता है।  5200 गांवों में 24 घंटे बिजली दीे जा रही है। आज बिजली कंपनियां फायदे में हैं। आज बिजली के मामले में हरियाणा सरप्लस राज्य है।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव किए हैं। कुछ आंगनबाड़ी को प्ले-वे स्कूल बनाया है। इन स्कूलों की डिमांड आने लगी है। छोटे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, उन्हें नई एजुकेशन पालिसी के तहत 1100 स्कूल बनाए जा रहे हैं। संस्कृति माडल स्कूल की डिमांड बढ़ गई है। गरीब स्टूडेंट्स को मुफ्त पढ़ाएंगे। प्राइवेट स्कूलों से मुकाबला कर सकेंगे हम। शिक्षकों की चयन प्रक्रिया चालू है।

 

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