Exams में viva में अच्छे मार्क्स के लिए tuition उन्ही मासाब के वहां जाना जो practical subject पढाते हों, सुबह सुबह tuition से लौटते हुए, जब रास्तो में ज्यादा चहल पहल नहीं होती थी, नयी बनी हुई सीढियों से रोज 1-2 ईटे बड़ी मेहनत कर के तोड़ देना… (आहा)
समय बदला…
(Note– ये कुछ समय, कुछ समय क्या… तब लिखा था जब social distancing जैसी कोई चीज रियल वर्ल्ड में नहीं होती थी, social/ physical distance तब सिर्फ virtual world यानि इंटरनेट की दुनिया में ही होती थी।)
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मित्र के साथ स्कूल से तीसरे period के बाद भाग के घर को चले आना, बरसातों के मौसम में, अलग अलग घरों से, रास्ते में आयी बेलो में लगी लौकी, ककड़ी, कद्दू को तोड़ कर फेंक देना (यहाँ साफ़ कर दूँ मकसद, चोरी का या किसी को परेशान करने का तो बिलकुल नहीं होता था, उसका उस उम्र में अपना एक थ्रिल और adventure था)…