Home Exclusive ब्राउन राइस – पोषक तत्वों का खजाना, सफ़ेद चावल से कई गुना अधिक पोषक

ब्राउन राइस – पोषक तत्वों का खजाना, सफ़ेद चावल से कई गुना अधिक पोषक

by Swati Khandelwal
brown rice healthy

व्हाइट राइस में सिंपल कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं जो बेहद जल्दी  पच जाते हैं और व्यक्ति को बार बार भूख लगती है। लेकिन अगर आप चावलों का एक हेल्थी वर्जन खाना चाहते हैं तो अपने व्हाइट राइस को ब्राउन राइस से  रिप्लेस करना आपके लिए  बेहद लाभकारी होगा।

कई लोगों को खाने में अगर चावल ना मिले तो उनकी थाली पूरी ही नहीं होती।  कुछ लोगों को चावल चाहे कम मात्रा में ही सही लेकिन जरूर चाहिए होता है. आमतौर पर सभी घरों में वाइट राइस का ही उपयोग किया जाता है लेकिन अगर ब्राउन राइस खाने के लाभ आप लोगों को पता चले तो आप भी अपने वाइट राइस को ब्राउन राइस से रिप्लेस करने में नहीं हिचकेगे।

तो आइए आपको बताते हैं कि ब्राउन राइस से होने वाले लाभ के बारे में:

पोषक तत्वों को रखे बरकरार

ब्राउन राइस खाने का सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इसमें चावल के सारे पोषक तत्व जैसे फाइबर, बी कांपलेक्स सब बरकरार रहते हैं जबकि व्हाइट राइस मे पॉलिशिंग की जाती है जिससे काफी हद तक पोषक तत्व कम हो जाते हैं, इसलिए व्हाइट राइस की अपेक्षा ब्राउन राइस स्वास्थ्य के लिए ज्यादा उपयोगी साबित होता है।

 कोलेस्ट्रॉल को घटाएं

क्योंकि ब्राउन राइस में फाइबर काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि  कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। साथ ही हमारे पाचन तंत्र के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी करता है और रक्त के थक्के बनने से भी रोकता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी

brown riceहमारे देश में एक काफी बड़ी संख्या मे लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। ऐसे लोगों के लिए सफेद चावलों का सेवन बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं माना जाता है , लेकिन ऐसे व्यक्ति ब्राउन राइस का सेवन किसी भी परेशानी के बिना कर सकते हैं, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और इसे पचाने में काफी समय लगता है जिसके कारण रक्त में ग्लूकोज की मात्रा जल्दी नहीं बढती और मधुमेह नियंत्रित रहता है। भले ही ब्राउन राइस को पकने में थोड़ा समय लगे लेकिन अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ देर तक इंतजार तो किया जा सकता है।

 कैंसर से बचाव में उपयोगी

आप लोगों को शायद यह बात सुनने में थोड़ी अजीब लगे लेकिन ब्राउन राइस काफी हद तक कैंसर से बचाव कर सकता है। दरअसल इसमे पाया जाने वाला फाइबर और कुछ तत्व कैंसर से लड़ने और उससे बचाव में अहम भूमिका निभाते हैं।


(उत्तरापीडिया के अपडेट पाने के लिए फेसबुक ग्रुप से जुड़ें! आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर  और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)

You may also like

2 comments

Alok Singh August 22, 2020 - 3:31 pm

Very impressive piece of writing

Reply
Swati Khandelwal August 23, 2020 - 3:29 pm

Thank you

Reply

Leave a Comment

-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00