अमृत तुल्य गिलोय के लाभ और अलग अलग बीमारियों मे उपयोग विधि।

0
598
Giloy

गिलोय की एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते की तरह होते हैं। आयुर्वेद में इसको कई नामों से जाना जाता है यथा अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि। ‘बहुवर्षायु तथा अमृत के समान गुणकारी होने से इसका नाम अमृता है।’ आयुर्वेद साहित्य में इसे ज्वर की महान औषधि माना गया है एवं जीवन्तिका नाम दिया गया है।

देखिये इसके लाभ, अलग अलग बीमारियों मे उपयोग विधि और कहाँ इसके सेवन से परहेज करना चाहिए।

लिंक पर क्लिक कर जाने – गिलोय के बारे मे अधिक।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here