मेजर विभूति और निकिता की प्रेम कहानी!

विभू देखो ना मैं कैसी लग रही हूं इस यूनिफार्म में
वाहो! क्या लग रही हो तुम निक्की। सच में तुम्हें तो इंडियन आर्मी जॉइन कर लेनी चाहिए फिर देखना कैसे हम दोनों आतंकवादियों के छक्के छुड़ा देंगे।

वो तो ठीक है विभु लेकिन मुझे बन्दूक की आवाज़ से ना बहुत डर लगता है।
हाहाहाहा बहादुर मेजर की डरपोक बीबी।
मुझे ना डरपोक ना बोलो किसी दिन देख लेना मैं भी बारूद से खेलूंगी।
वो शुभ दिन कब आयेगा निक्की?
मुझे नहीं पता लेकिन जब भी आएगा ना तुम मुझ पर बहुत प्राउड फील करोगे।
वो तो मैं अब भी करता हूँ मेरी प्यारी निक्की हाथ पकड़ते हुए विभु बोला।

मम्मीईईई देखो ना विभु मुझे परेशान कर रहा है चिल्लाती हुई निक्की जोर से बोली।
निक्की बेटा क्या हुआ घबराते हुए निक्की की सासू माँ ने निक्की को नींद से उठाते हुए पूछा।
ओह माँ क्यों उठा दिया मुझे। थोड़ा और टाइम स्पेंड कर लेने दिया होता तुम्हारे बेटे के साथ।

आज तुमने फिर विभू का सपना देखा?
हाँ माँ अब हकीकत से ज़्यादा मुझे सपने अच्छे लगते हैं आँसूओं को पोंछते हुए निक्की बोली।
क्या कह रहा था विभू तुझसे जब से गया है मुझे तो सपनों में भी नही दिखाई देता है लगता है अपनी बूढ़ी माँ की बिल्कुल फिकर नहीं है उसे।
माँ वो ये ही कह रहे थे कि माँ का ध्यान रखना इतना कहते हुए निक्की ने माँ को गले लगा लिया।

मम्मी एक बात बताऊं
हां बेटा बता ना
मम्मी मुझे एक ही सपना बार बार आता है मुझे लगता है विभू चाहता ही कि मुझे इंडियन आर्मी जॉइन कर लेनी चाहिए।
बेटा तुम क्या चाहती हो अब ये मैटर करता है जो तुम्हें अच्छा लगे तुम कर सकती हो। अब जा मेरे लिए एक कप चाय बना ला।
आज विभू को शहीद हुये 6 महीने हो गए हैं रसोई में जाते हुये निक्की सोचने लगी।
सबकुछ इतने अच्छे से चल रहा था। विभू जब भी घर से ड्यूटी पर जाता था तो मुझे बहुत देर तक देखता रहता और मेरे ये पूछने पर ऐसे क्यों देख रहे हो वो हमेशा कहता कि मैं दिल में कोई मलाल नहीं रखना चाहता कि मैंने तुम्हें अंतिम बार अच्छे से नहीं देखा।

तो वापस आने के बाद देख लेना मैं ऐसे ही दिखूंगी एकदम हैप्पी हैप्पी। वापस आने का क्या पता ऐसा कहते हुए विभू ने मुझे गले लगा लिया था।
विभू ये R.R क्या है?
ये मेरी बटालियन का नाम है राष्ट्रीय राइफ़ल इसका नाम सुनकर आतंकवादी दहशत में ही मर जाते हैं इसलिए दृढ़ता और वीरता हमारी बटालियन का आदर्श-वाक्य है।

आह हा तुम्हें देखकर के तो कोई भी मर जायेगा मेजर साहब मज़ाकिया अंदाज में निक्की बोली।
इतने में चाय के वर्तन से चाय उबलकर बाहर निकलने लगी तो निक्की विभू की यादों से बाहर आई और चाय का कप माँ को देते हुए बोली माँ इंडियन आर्मी ने फॉर्म निकाले हैं मेरा दिल कहता है कि मुझे फॉर्म भर देना चाहिए।
चाय की चुस्की लेते हुए माँ बोली बेटा जब दिल ही कह रहा है तो देर किस बात की है तू फॉर्म भर दे।
जी मम्मी आज ऑनलाइन फॉर्म भर दूँगी और आज से ही तैयारी स्टार्ट करने के लिए मार्केट से कुछ बुक्स ओर मैगज़ीन खरीद के लाऊंगी।
ठीक है बेटा कहते हुए माँ चाय की चुस्कियों में खो गयी और निक्की घर के कामों में। (कुछ दिनों बाद)

मम्मीईईई…जोर से चिल्लाते हुए निक्की लैपटॉप हाथ में लिए आँगन में बैठी माँ के पास पहुँची।
क्या हुआ इतना क्यों चिल्ला रही हो?
मम्मी मैं इंडियन आर्मी के एग्जाम में पास हो गयी हूँ और अब मुझे SSB इंटरव्यू के लिए जाना है। सालभर में इतनी खुशी निक्की के चेहरे पर पहले कभी नहीं दिखाई दी।

शायद अब निक्की को ज़िन्दगी जीने का एक मक़सद मिल गया था जिस बात के लिए विभू हमेशा निक्की को कहता था अब खुद को साबित करने के लिए निक्की उसे अपना लक्ष्य बना चुकी थी। कुछ दिनों बाद निक्की ने SSB सेंटर पर दुनिया के सबसे कठिन साक्षात्कार बोर्ड का सामना किया जिसमें साक्षात्कार बोर्ड ने उनसे पूछा कि वो कब तक शादीशुदा थी। उसने कहा, ‘दो साल‘। उन्होंने कहा, लेकिन हमने सुना है कि आप दोनों की शादी को सिर्फ नौ महीने ही हुुए थे जब मेजर शहीद हुए थे। उसने कहा, विभु शारीरिक रूप से यहां नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की हमारी शादी खत्म हो गई है। “दुनिया का कोई भी ऐसा साक्षात्कार बोर्ड नहीं बना जो ऐसी वीरांगना को अयोग्य घोषित कर दे। निक्की अब ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में अपना प्रशिक्षण ले रही है और जल्दी ही इंडियन आर्मी की यूनिफार्म पहनकर देश की सेवा करेगी जिसको पहनकर विभु ने अपना सर्वस्व देश को न्योछावर कर दिया था।

18 फरवरी, 2019 को दिन भर टीवी में आपने एक ऑपरेशन की बात सुनी होगी। ये पुलवामा के पिंगलिना गांव में चल रहा था। इसमें 100 घंटे के भीतर ही पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड गाज़ी रशीद मारा गया इस ऑपरेशन का हीरो कौन था। यही मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल वो ही इस ऑपरेशन को लीड कर रहे थे मगर ये हीरो खुद को नहीं बचा सका।

विभू उर्फ मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का जन्मदिन भी 19 फरबरी को था ठीक उसी दिन जब उनका पार्थिव शरीर देहरादून स्थित उनके घर पहुंचा तो पूरा देश उस अंतिम दर्शन का साक्षी था।
इसी दिन शहीद की विदाई के वक्त का एक वीडियो भी काफी वायरल हुआ था, जिसमें निकिता अपने पति के शव के बगल में खड़ी दिख रही थीं वो लगातार अपने पति की तरफ देख रही थीं एकदम चुप खड़ी थीं कुछ देर बाद वो धीरे से अपने पति के शव की तरफ झुकीं और उन्होंने धीरे से I LOVE YOU कहा बाद में उन्होंने कहा था।

Credit : IndiaTV

‘आपने झूठ बोला था कि आप मुझसे प्यार करते हो। सच तो ये है कि आप मुझसे कहीं ज्यादा देश से प्यार करते थे अब मुझे काफी जलन हो रही है और मैं इसके लिए कुछ नहीं कर सकती।’
निक्की उर्फ निकिता कौल ढौंडियाल जैसी वीर पत्नी पर आज उसके शहीद पति को जरूर गर्व होगा और साथ ही गर्व होगा माँ भारती को भी जिसकी मिट्टी में ऐसी वीरांगना जन्म लेती हैं।

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