देश के आखिरी गांव माणा का दीदार नहीं कर पा रहे यात्री

बद्रीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों को देश के अंतिम गांव के नाम से प्रसिद्द स्थान माणा गांव में प्रवेश की अनुमति न मिलने से, निराश लौटना पड़ रहा है। माणा के ग्रामीणों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाहरी व्यक्तियों का गांव में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित किया हुआ है। ऐसे में यात्रियों की माणा गांव, गणेश गुफा, व्यास गुफा, भीमपुल व सरस्वती नदी आदि प्रसिद्द स्थानों की अभिलाषा पूरी नहीं हो पा रही है।

उपलब्ध आकड़ों के अनुसार, इन दिनों बद्रीनाथ धाम में प्रतिदिन लगभग दो हजार दर्शनार्थी आ रहें हैं। धाम के कपाट खुलने के बाद से, अब तक यह संख्या 47,265 पहुंच चुकी है। गुरुवार को भी 1861 यात्रियों ने भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये पर्यटकों ने बताया कि वे माणा गांव और आसपास के धार्मिक स्थल घूमने की इच्छा के साथ वे यहाँ आये थे, परन्तु ग्रामीणों की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों/ लॉकडाउन के चलते यह संभव नहीं हो पाया, यद्यपि, इस बात पर प्रसन्नता भी जाहिर की, कि माणा गावं के निवासी जनस्वास्थ्य सम्बन्धी मसलों के प्रति जागरूक हैं।

माणा गांव और आस पास के आकर्षण के जानकारी हेतु आप यह वीडियो भी देख सकते हैं ?


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