आज का Google डूडल ‘भारत की जलपरी’ साहा को समर्पित

Google अपने Doodle से खास मौकों को सेलिब्रेट करता रहता है। आज (गुरुवार) का Google Doodle महान भारतीय तैराक आरती साहा (Arati Saha) की 80वीं जयंती मना रहा है। ‘भारत की जलपरी’ साहा को समर्पित आज के डूडल में उन्‍हें इंग्लिश चैनल पार करते हुए दिखाया गया है।

आरती साहा (Aarti Saha) इंग्लिश चैनल पार करने वाली पहली एशियाई महिला तैराक थीं. तैराकी में यह कारनामा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के बराबर माना जाता है. यह 42 मील (67.5 किलोमीटर) का सफर था, जो फ्रांस के Cape Gris Nez से शुरू होकर इंग्लैंड के सैंडगेट तक जाता है. साहा ने यह दूरी 16 घंटे 20 मिनट में तय की थी।

आरती साहा का जन्‍म 24 सितंबर 1940 में कोलकाता में हुआ था. उन्‍होंने मात्र 5 साल की उम्र में तैराकी का अपना पहला गोल्‍ड मेडल जीता था. साहा ने हुगली नदी के किनारे तैरना सीखा. बाद में उन्होंने भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रतिस्पर्धी तैराकों में से एक सचिन नाग की निगरानी में प्रशिक्षण लिया।

साहा 1952 में फिनलैंड के हेलसिंकी में आयोजित ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में नए स्वतंत्र भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली टीम की सबसे कम उम्र की सदस्य थीं. तब उनकी उम्र मात्र 11 साल थी।

साहा ने 18 साल की उम्र में इंग्लिश चैनल को पार करने का पहला प्रयास किया इस प्रयास में वे सफल नहीं हुईं. हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी. इसके ठीक एक महीने बाद दूसरे प्रयास में 29 सितंबर 1959 को आरती साहा ने 16 घंटे 20 मिनट तक लहरों और पानी के तेज बहाव से टक्कर लेने के बाद इंग्लिश चैनल को पार करने का कारनामा कर दिखाया.

आरती साहा को 1960 में पद्म श्री से सम्‍मानित किया गया. वह पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं भारतीय डाक ने उनके जीवन से महिलाओं को प्रेरित करने के लिए साल 1998 में एक डाक टिकट भी जारी किया. आरती का निधन 53 साल की उम्र में 24 सितंबर 1994 को हुआ था. आज गूगल ने इसी महान शख्सियत की जयंती को अपना डूडल समर्पित किया है।

इंग्लिश चैनल – इंग्लिश चैनल पानी की वह सबसे लंबी और बेहद ठंडी धारा है, जो दक्षिण इंग्लैंड और उत्तरी फ्रांस को अलग करती है. यही इंग्लिश चैनल उत्तरी सागर (North Sea) को अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) से जोड़ता है. कम तापमान और तैराकी की कठिनाइयों की वजह से इसे ‘स्विमिंग का माउंट एवरेस्ट’ कहा जाता है।


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