उत्तराखंड के ट्रैकिंग मार्गों में होम स्टे से बढ़ेगा रोजगार, छह जिलों में 11 सेंटर दर्ज/अधिसूचित

Trekking route

उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु, विभिन्न ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत छह जिलों में 11 ट्रैकिंग सेंटर अधिसूचित किए गए हैं। ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर के दो किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में होम स्टे के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से इस योजना के पहले चरण में टिहरी व उत्तरकाशी जिलों के एक-एक ट्रैकिंग सेंटर, और दूसरे चरण में बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली जिले में एक-एक, उत्तरकाशी में दो, टिहरी में चार ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर अधिसूचित किए गए हैं। वहीं तीसरे चरण में टिहरी में दो, चमोली में एक, रूद्रप्रयाग जिले में एक, पिथौरागढ़ में दो व  ट्रैकिंग सेंटर अधिसूचित के लिए प्रस्तावित है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य साहसिक पर्यटन की संभावनाओं वाले दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना है। यह योजना पलायन को रोकने व ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कारगर सिद्ध होगी।

सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि लाभार्थियों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से किया जाएगा। मूल्यांकन समिति के परीक्षण के बाद अनुदान की राशि लाभार्थियों को दी जाएगी। योजना के तहत पारंपरिक पहाड़ी शैली में बने भवनों को प्राथमिकता दी जाएगी
ये ट्रेकिंग सेंटर अधिसूचित
साहसिक विंग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विन पुंडीर के अनुसार दूसरे चरण में योजना का लाभ प्राप्त करने वाले बागेश्वर जनपद के खाती ट्रैकिंग सेंटर में दऊ, जैकुनी व खाती गांव, जनपद पिथौरागढ़ के सरमोली-सुरिंग ट्रैकिंग सेंटर में सरमोली सुरिंग, रिलकोट, मरतोली, मिलम, चमोली के लोहाजंग ट्रैकिंग सेंटर में लोहाजंग, मुन्दोली, वॉक, कुलिंग, दिदिना, वाण, वलाण, हिमनी, घेस, उत्तरकाशी के हर्षिल व सांकरी ट्रैकिंग सेंटर में हर्षिल, गोरी, धराली, मुखवा, सांकरी सौड़, गगाड़, ओसला, कोट गांवों को अधिसूचित किया गया है।

पहले चरण में उत्तरकाशी के अगोड़ा व टिहरी के घुत्तू के पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ देने के लिए अधिसूचित किया गया है। वहीं, अगोड़ा से शुरू होने वाले ट्रैकिंग मार्गों पर अगोड़ा, भंकुली, गजोली, दासड़ा और नौगांव व घुत्तू से शुरू होने वाले ट्रैकिंग रूट पर घुत्तू, रानीडाल, ऋषिधार, सत्याल, मल्ला मेहरगांव गांवों को अधिसूचित किया गया है।

 

उत्तराखंड के विभिन्न ट्रेकिंग रुट्स की जानकारी देते रोचक वीडियो देखें –

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