इस साल (2023)  22 अप्रैल से उत्तराखण्ड चार धाम यात्रा शुरू हो रही है। इस यात्रा को कम खर्च में कैसे करें, जानिए अगली कुछ slides में।

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Uttarakhand में चार धाम यात्रा करना हर हिंदू तीर्थयात्री की इच्छा होती है, लेकिन उत्तराखण्ड के हाई altitude क्षेत्र में होने से यह यात्रा आसान नहीं है।

यात्रा की कठिनाई के साथ कुछ श्रद्धालुओं के साथ बजट भी एक समस्या होती है। लेकिन यात्रा का खर्च इस तरह से बचा सकते हैं।

Char Dham Yatra Guide

Char Dham Yatra Guide

Uttarakhand चार धाम के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन गढ़वाल में देहरादून/ ऋषिकेश और हरिद्वार और कुमाऊँ में हरिद्वार, काठगोदाम, और टनकपुर हैं।

देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों से रैलवे स्टेशन तक पहुच कर, आगे का सफर route में  नियमित चलने वाली बस से किया जा सकता है।

केदारनाथ रुद्रप्रयाग जिले में, बद्रीनाथ चमोली जिले में, दो अन्य धाम यमुनोत्री और गंगोत्री उत्तरकाशी जिले मे है, नजदीकी रैलवे स्टेशन से जिला मुख्यालय तक बस द्वारा पहुंचा जा सकता है।

आगे की यात्रा बस अथवा Sharing टैक्सी से की जा सकती है। बद्रीनाथ और गंगोत्री तक सड़क है। केदारनाथ और यमुनोत्री के लिए अंतिम बस स्टॉप क्रमश सोनप्रयाग और जानकी चट्टी है।

यमुनोत्री और केदारनाथ के लिए पैदल मार्ग होने से यात्रियों के लिए हेलिकॉप्टर, घोडा, खच्चर, डोली, पालकी जैसे साधन भी उपलब्ध हैं।

बजट travelers के लिए ये साधन थोड़ा महंगे हो सकते है, जिसमे प्रति व्यक्ति के लिए एक ओर का किराया 2500 से 10,000 तक हो सकता है।

ऐसे मे यात्री पैदल चल कर अपना राह खर्च बचा सकते है लेकिन यह आसान नहीं, अगर चलने का अभ्यास न हो।

इसलिए चार धाम यात्रा का प्रोग्राम बनाने से पूर्व कुछ दिन अपने शहर मे प्रति दिन कुछ किलोमीटर तेज रफ्तार से चलने/ दौड़ने का अभ्यास करें, जिससे स्टेमिना बड़े।

पहाड़ों मे चलते हुए Motion/ weather sickness या थकान महसूस कर सकते हैं। डेस्टिनेशन पर  तुरंत ट्रेक करना न शुरू करें! कम से कम 1 दिन रुकें और ठीक से आराम करें।

अगली सुबह यात्रा आरंभ करने के साथ अपने साथ एलेक्ट्रॉल या एनर्जी ड्रिंक रखें, पहाड़ की Uphill जाते हुए पसीना बहने से dehydration हो सकता है।

प्रातः 7 बजे तक यमुनोत्री एवं केदारनाथ की पैदल यात्रा आरंभ कर दें, अगर अब तक की यात्रा की थकान हो, एक दिन और आराम करें। आस-पास टहलें, जिससे मौसम का अनुकूलन हो।

प्रातः जल्दी यात्रा शुरू करने का लाभ होगा कि मंदिर दर्शन कर, वापस लौटने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा, वैसे केदारनाथ धाम मे रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था है।

आपके परिवार मे चार सदस्य हों, तो विभिन्न माध्यमों जिनमे हेली सेवा सहित खच्चर/ घोडा/ पालकी/ डोली शामिल हैं,  द्वारा आने- जाने मे रु 20,000  से रु 80,000 तक बचाए जा सकते हैं।

Char Dham  पर अधिक जानने के लिए और अपनी यात्रा तैयारी करने के लिए आप लिंक पर  क्लिक कर यह वीडियो देख सकते है।