20 मार्च के बाद यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के लिए पंजीकरण शुरू हो सकता है। नवरात्रों में मंदिर समितियों की ओर से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी। इसके बाद ही पर्यटन विभाग दोनों धामों के लिए पंजीकरण शुरू करेगा।

पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने इस साल ऑनलाइन पंजीकरण व टोकन की व्यवस्था अनिवार्य कर दी है। जिसके तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल शुरू किया गया है।

लेकिन अभी इस पर बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण किए जा सकते हैं।पोर्टल पर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम का विकल्प नहीं मिलने से श्रद्धालुओं में असमंजस का माहौल बना हुआ था।जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे का कहना है

कि परंपरा के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन दोनों धामों के कपाट खुलने हैं। लेकिन इसके मुहूर्त की घोषणा नहीं हुई है। जैसे ही दोनों धामों के लिए कपाट खुलने का समय तय कर दिया जाएगा  उसी के अनुसार ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू किए जाएंगे।

तीन दिन में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम के लिए 84 हजार से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं। बृहस्पतिवार को लगभग 20 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है। अभी तक केदारनाथ के लिए 46225 और बदरीनाथ के लिए 37841 पंजीकरण हो चुके हैं।

इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल, बदरीनाथ के 27 अप्रैल को खुलेंगे। जबकि परंपरा के अनुसार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।

इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए चार तरह से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण, ऐप के माध्यम से पंजीकरण, ऑन कॉल पंजीकरण और व्हाट्सएप के माध्यम से पंजीकरण करवाया जा सकता है।

आज से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं।पर्यटन विभाग का पोर्टल सुबह सात बजे खुला रहेगा। चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in के जरिये रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।