पपीता खाने के फायदे – पपीता ऐसा फल है, जिसका हर भाग किसी-न-किसी रूप में उपयोग में आता है। इसे बीमारियों से बचाव के साथ ही बाल और त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना गया है।

1. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर एनीसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार, पपीते के अर्क और अन्य भागों में मौजूद पॉलीफेनोल्स में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके स्वास्थ्य को बनाए रखने और बीमारियों को रोकने में मदद कर सकते हैं।

2. एंटीकैंसर गुण पपीता के औषधीय गुण कैंसर से बचाव कर सकते हैं। कई संस्थाओं ने इस विषय पर शोध किया है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, पपीते में पेक्टिन कंपाउंड होता है, जो एंटीकैंसर प्रभाव दिखा सकता। यह कंपाउंड कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकने में फायदेमंद हो सकता है।

3. स्वस्थ हृदय के लिए  पपीते में कार्डियोटॉक्सिसिटी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने वाला प्रभाव होता है। इस कार्डियोटॉक्सिसिटी के कारण हृदय की मांसपेशियों को नुकसान होता है और हृदय शरीर में रक्त को सही प्रकार से पंप करने में सक्षम नहीं होता है।

4. सूजन को कम करने के लिए गंभीर सूजन आगे चलकर कैंसर, मधुमेह और एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों की बीमारी) जैसे विभिन्न रोग का कारण बन सकती है। ऐसे में सूजन की समस्या को दूर करने में पपीता खाने से लाभ हो सकते हैं।

5. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद पपीते का उपयोग पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए उपचार के रूप में किया जाता है। एक शोध के अनुसार, पपीते में हाइमोपैपेन और पैपेन जैसे कंपाउंड होते हैं। इन्हें पाचन संबंधी विकारों को दूर करने के लिए जाना जाता है। पैपेन से प्रोटीन को तेजी से पचाने में मदद मिल सकती है।

पपीता खाने के नुकसान जहां एक ओर पपीता के गुण इसे फायदेमंद बनाते हैं, वहीं किन्हीं कारणों से पपीता के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। पपीता खाने के फायदे और नुकसान इसकी मात्रा के साथ ही पपीता कितना पका है, इस पर भी निर्भर करता है।

– पपीते के लेटेक्स में पपैन नामक कंपाउंड होता है। बड़ी मात्रा में पपैन को मुंह से लेने से गले में भोजन नली को नुकसान हो सकता है।– पपीते के लेटेक्स को त्वचा पर लगाने से कुछ लोगों में गंभीर जलन और एलर्जी हो सकती है।

– गर्भावस्था में अधपका पपीते का सेवन करने से उसमें मौजूद पपैन भ्रूण के लिए जहर का काम कर सकता है या फिर जन्म दोष का कारण बन सकता है। – अधिक मात्रा में पपीता खाने से थायराइड की समस्या हो सकती है।

– पपीता रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर सकता है। सर्जरी के दौरान और बाद में पपीते का सेवन रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इसी वजह से सर्जरी से 2 सप्ताह पहले पपीता का सेवन रोक देना चाहिए।