लिंगड़ा ( Lingda ) एक जंगली वनस्पति है। जो उत्तराखंड तथा अन्य हिमालयी राज्यो में जंगलो एवं नमी वाले स्थानों, जैसे गधेरों के किनारे उगता है। लिंगुड़ा यह Athyriaceae वर्ग का खाद्य फर्न है।

इसको उत्तराखंड में लीगुड़ा, लीगड़ा , ल्यूड आदि नामों से जाना जाता है। भारत के हिमालयी राज्यो के नम क्षेत्रों स्वतः उगने वाली पहाड़ी बनस्पति फर्न लिंगुड़ा एक औषधीय गुणों से भरपूर खाद्य फर्न है।

डाक्टरों के अनुसार लिंगड़ा में कैल्शियम, पोटेशियम ,आयरन , प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और विटामिन सी ,विटामिन बी काम्प्लेक्स , मिनरल्स, जिंक आदि अनेको औषधीय गुण पाए जाते हैं। इनके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं ।

 1- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता लिंगड़ा |लिंगुड़ा कोरोना काल  मे जहाँ लोग कोरोना से बचने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अनेको वस्तुएं खाद्य वस्तुये ढूढ़ रहे हैं। वही लिंगड़ा प्राकृतिक रूप से  रोग प्रतिरोधक गुणों से संपन्न है।

लिंगड़ा के फायदे| लिंगुड़ा  के औषधीय लाभ

2- कैंसर से रक्षा करता है लिंगड़ा | लिंगुड़ा लिंगड़ा की कोमल डंठल में, एंटीऑक्सीडेंट गुणो की भरमार है। इस डंठल को पानी मे उबाल कर खाने से या इसकी सब्जी बना कर खाने से , कैंसर जैसी भयानक बीमारी से रक्षा होती है।

3 – मधुमेह दूर करता है लिंगड़ा | लिंगुड़ा मधुमेह की बीमारी के लिए लिंगुड़ा एक रामबाण इलाज है। लिंगडु कि सब्जी खाने से, डाइबिटीज की बीमारी में लाभ मिलता है।इसमे पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल हमारे शरीर मे शुगर की मात्रा कम करते हैं।

4- लिवर की समस्याओं में लाभदायक है लिंगुड़ा आंतों की सूजन या लिवर की कमजोरी और अनेक लिवर समन्धित रोगों के लिए,  लिंगुड़ा की डाँठल को हल्की आँच में उबाल कर लाभ मिलता है।

5 – त्वचा रोगों मे लाभदायक है लिंगुड़ा | लिंगड़ा त्वचा में होने वाली फोड़े फुंसियों एवं जख्म के लिए लिंगड़ा लाभदायक है। इसकी जड़ों को प्रभावित जगह पर लगाने से लाभ मिलता है।

6- लिंगुड़ा से गठिया और हड्डी रोग  में लाभ मिलता है। लिंगुड़ा में भरपूर कैल्शियम होने के कारण यह हड्डी रोगों में लाभदायक होता है । इसकी जड़ो को पीस कर गठिया वाले  स्थान में लगाने से लाभ मिलता है।

7- लिंगड़ा की सब्जी खून में शर्करा की मात्रा को ठीक करती है। जिससे जोड़ो के दर्द में लाभ मिलता है।