Medium Brush Stroke
(नैमिषारण्य):
जहां नहीं है कलयुग का प्रभाव
Naimisharanya
Uttarapedia
explore
नैमिषारण्य सतयुग से ही प्रसिद्ध है। कहा जाता है, इस पवित्र स्थान पर आकर लोग अपने पाप से मुक्त हो जाते हैं।
Uttarapedia
नैमिषारण्य में ही पहली बार सत्यनारायण की कथा हुई थी।
Uttarapedia
इसी तपोभूमि पर ही ऋषि दधीचि ने लोक कल्याण के लिए देवराज इन्द्र को अपनी अस्थियां दान की थीं।
Uttarapedia
नैमिषारण्य तीर्थ उत्तर प्रदेश राज्य के सीतापुर जिले में स्थित है।
Uttarapedia
कहा जाता है, कुछ साधु-संत जो कलियुग के आरंभ होने और इसके दुष्प्रभावों के विषय में अत्यंत चिंतित थे। वे ब्रह्मा जी के पास पहुंचे
Uttarapedia
और ब्रह्मा जी से किसी ऐसे स्थान के बारे में बताने का अनुरोध किया जो कलियुग के प्रभाव से अछूता रहे।
Uttarapedia
ब्रह्मा जी ने एक चक्र निकाला और उसे पृथ्वी की तरफ घुमाते हुए बोले कि जहां भी यह चक्र रुकेगा, वही स्थान होगा जो कलियुग के प्रभाव से मुक्त रहेगा।
Uttarapedia
रामायण में उल्लेख मिलता है कि इसी स्थान पर भगवान श्रीराम ने अश्वमेध यज्ञ पूरा किया था
Uttarapedia
महाभारत काल में यहां पर युधिष्ठिर और अर्जुन भी आए थे।
Uttarapedia
चक्रतीर्थ
यह एक गोलाकार पवित्र सरोवर है। लोग इसमें स्नान कर परिक्रमा करते हैं।
Uttarapedia
ललिता देवी मन्दिर
ललिता देवी का मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है।
Uttarapedia
व्यास गद्दी
यहाँ वेद व्यास जी ने वेद को चार मुख्य भागों में विभाजित किया और पुराणों का निर्माण किया।
Uttarapedia
हनुमान गढ़ी
पाताल लोक में अहिरावण पर अपनी जीत के बाद भगवान हनुमान पहले यहाँ प्रकट हुए थे।
Uttarapedia
भूतेश्वर महादेव मंदिर
यह एक प्राचीन शिव मंदिर है। इनकी भित्तियों पर हिन्दू धर्म के सभी पंथों से सम्बंधित प्रतिमाएं हैं।
Uttarapedia
Naimisharanya (नैमिषारण्य)
के बारे में अधिक जानने के लिए CLICK करें।
Uttarapedia
Learn more