दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित निर्देशक का निधन, गंभीर बीमारियों से थे पीड़ित

साउथ फिल्म इंडस्ट्री से फिर बुरी खबर आई है. दरअसल, दिग्गज एक्टर, निर्माता और निर्देशक के विश्वनाथ (Kasinadhuni Viswanath) का निधन हो गया है.

कहा जा रहा है कि वह काफी समय से उम्र संबंधी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे. ऐसे में उन्होंने अब 92 साल की उम्र में हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया है.

विश्वनाथ ने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में अपना शानदार योगदान किया. यही कारण है कि उन्हें कला तपस्वी भी कहा जाता था. विश्वनाथ को 2017 में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादसाहेब फाल्के पुरस्कार से भी किया गया था.

बड़े पुरस्कारों से सम्मानित थे के विश्वनाथ

उन्हें अपने लंबे फिल्मी करियर में 5 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 10 फिल्मफेयर पुरस्कार, साउथ और हिन्दी में फिल्मफेयर पुरस्कार और राज्य नंदी पुरस्कारों से भी नवाजा गया.

विश्वनाथ ने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत एक ऑडियोग्राफर के तौर पर की थी. अपने 60 वर्षों के करियर में फिल्मकार ने सौंदर्यशास्त्र, प्रदर्शन कला और दृश्य कला जैसी कई शैलियों पर आधारित करीब 53 फीचर फिल्में कीं.

कई शैलियों को पर्दे पर किया पेश

उन्होंने अपनी फिल्मों में रंग, जाति, लैंगिक भेदभाव और कई सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों को भी पर्दे पर उतारा. उन्हें अपने काम के कारण ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान हासिल हुई.

गंभीर मुद्दे पर्दे पर उतारे