क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान-टू के तहत नैनीताल में खुर्पाताल के समीप हेलीपोर्ट बनाने की कवायद तेज हो गई है। हेलीपोर्ट बनाने के लिए शासन से पहली किस्त के रूप में 2.64 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है।

धनराशि मिलते ही हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। हेलीपोर्ट की स्थापना के बाद हवाई मार्ग से नैनीताल आने जाने वालों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। बता दें कि नैनीताल में जिला मुख्यालय, कमिश्नरी, हाईकोर्ट तो है ही साथ ही यह पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र भी है,

जिसके चलते यहां विशिष्ट व अति विशिष्ट लोगों की आवाजाही बनी रहती है। मंत्रियों से लेकर बड़े कारोबारी व कई फिल्मी हस्तियां भी आए दिन यहां पहुंचती हैं। अभी तक हवाई मार्ग से आने वाले यहां कैलाखान स्थित हेलीपैड पर उतरते हैं।

जहां एक समय में केवल एक ही हेलिकॉप्टर उतर सकता है। ऐसे में कई बार बड़े उद्योगपतियों व फिल्मी हस्तियों को सड़क मार्ग से भी आना पड़ता है।इस स्थिति को देखते हुए उड्डयन मंत्रालय ने क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान- टू के तहत खुर्पाताल के समीप 6.61 करोड़ की लागत से दो हैक्टेयर भूमि पर हेलीपोर्ट बनाने की योजना शासन को भेजी थी।

लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि हेलीपोर्ट के लिए पहली किस्त के रूप में शासन ने 2.64 करोड़ रुपया स्वीकृत कर दिया है। विभाग को बजट मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

नैनीताल में हेलीपोर्ट बनने से पर्यटन के क्षेत्र में क्रांति आएगी। आवाजाही की सुविधा होने पर देश विदेश से सैलानी नैनीताल हेलिकॉप्टर से पहुंच सकेंगे। जिसके चलते नैनीताल के पर्यटन कारोबार में वृद्धि होने की उम्मीद है।