उम्र बढ़े और इसका नकारात्मक असर देखने को न मिले इसके लिए कई चीजों को करने की जरुरत पड़ती है। हालांकि उम्र बढ़ने के दौरान सेहत को अच्छा बनाए रखना थोड़ा मुश्किल होता है।

ज्यादातर समय हममें से कई लोग उम्र बढ़ने के साथ शरीर में होने वाले बदलावों को नेचुरल मान कर दरकिनार कर देते हैं। लेकिन एक केयरटेकर होने के नाते यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप अपने घर के बुजुर्गों की अच्छे से देखभाल अच्छे से करें।

जिससे वो अपना बुढ़ापा भी एंजॉय कर सकें। कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि बूढ़े लोग बोरियत और बहुत ज्यादा सोचने की वजह से आपसे मदद मांगने में हिचकिचाते हैं। इस वजह से बुजुर्गों के मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ता है।

अगर आप किसी गंभीर समस्या से परेशान नहीं हैं तो साइकिलिंग से लेकर जॉगिंग तक कर सकते हैं लेकिन अगर ऐसा नहीं है, तो एक्सपर्ट की देखरेख में नियमित रूप से एक्सरसाइज, मेडिटेशन और योग करना बेहतर ऑप्शन है।

हर साल हेल्थ चेकअप कराएं, इससे बॉडी की कंडीशन के बारे में पता चलता रहता है और समय रहते किसी होने वाली बीमारी को उचित उपचार से ठीक किया जा सकता है।

साल में एक बार कैंसर स्क्रीनिंग भी कराएं जिससे कैंसर के शुरूआती स्टेज में ही इसका पता चल पाए और उसका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सके।

अगर आपके माता-पिता को कोई गंभीर बीमारी है तो उन्हें सपोर्टिव और पैलियाटिव केयर उपलब्ध कराएं।

पैलियाटिव केयर से बूढ़े लोगों की जिंदगी की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्हें इससे मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक और सामजिक समस्याओं से आराम मिलता है। पैलियाटिव केयर से बुजुर्ग लोग दशकों तक अच्छे से रह सकते हैं।