दिवंगत राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भारत के 11 वें राष्ट्रपति रहे, जिन्हें उनकी उपलब्धियों के  उन्हें 'मिसाइल मैन' (Missile Man) की उपमा से भी नवाज़ा गया है।

डॉ. कलाम को साल 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। सादा जीवन उच्च विचार लिए  डॉ. कलाम बच्चों और युवाओं में भी अत्यंत प्रिय रहे।

'अग्नि की उड़ान' भरने वाले APJ अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) का पूरा नाम अबुल पकिर जैनुलआबेदीन अब्दुल कलाम है।

उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम् में एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम और माता का नाम आशिमा जैनुलाब्दीन था ।

देश में मिसाइल कार्यकम का आरंभ  अब्दुल कलाम के नेतृत्व में हुआ, रक्षा क्षेत्र में भारत को आगे ले जाने में उनका महान योगदान रहा।

अब्दुल कलाम देश के पहले सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (satellite launch vehicle) को डेवेलप करने वाले प्रोजेक्ट के डायरेक्टर रहे हैं ।

कलाम ने  मुख्य रूप से  वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन संभाला। 

 1974 में भारत के पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरन परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी  भूमिका निभाई।

कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। 

पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये।

भारत के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति थे क्योंकि एक वैज्ञानिक और राष्ट्रपति के रुप में देश के लिये उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया था। 'इसरो' के लिये दिया गया उनका योगदान अविस्मरणीय है।

27 जुलाई 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में  एक व्याख्यान दे रहे थे जब उन्हें कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) हुआ और उनकी मृत्यु हो गयी ।

कलाम ने अग्नि की उड़ान (wings of fire), मेरा देश बदल रहा है। (Ignited Mind) सहित कुछ पुस्तकें भी लिखी तो अत्यंत प्रेरक और  संग्रहणीय है।