डीमैट खातों की संख्या जनवरी में बढ़कर 11 करोड़ पर पहुंच गई है। सालाना आधार पर यह 31 प्रतिशत की वृद्धि है। शेयर बाजारों से आकर्षण रिटर्न की वजह से डीमैट खातों की संख्या बढ़ रही है।

इसके अलावा, जनवरी में नए खुलने वाले खातों की संख्या इससे पिछले चार माह से अधिक रही है। हालांकि, यह अब भी 2021-22 के औसत रनरेट 29 लाख से कम है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषण के अनुसार, नए खुलने वाले खातों की संख्या जनवरी में 22 लाख रही। दिसंबर में यह 21 लाख और सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में 20-20 लाख रही थी।

आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 11 करोड़ हो गई। जनवरी, 2022 में यह आंकड़ा 8.4 प्रतिशत था। सालाना आधार पर डीमैट खातों की संख्या 31 प्रतिशत बढ़ी है।

बाजार विशेषज्ञों का मानना ​​है कि पिछले एक साल में डीमैट खातों में वृद्धि मुख्य रूप से इक्विटी बाजारों द्वारा दिए गए आकर्षक रिटर्न और ब्रोकरों द्वारा अपने ग्राहकों को खाता खोलने की आसान प्रक्रिया के कारण हुई है।

इसके अलावा, वित्तीय साक्षरता में वृद्धि और युवाओं के बीच व्यापार की बढ़ती लोकप्रियता वृद्धि में योगदान देने वाले कुछ अन्य प्रमुख कारक रहे हैं।