भारत का ऐसा शहर जो पहले बना और फिर लोगों ने यहाँ रहना शुरू किया, यानि पलाण्ड सिटी।
चंडीगढ़ दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत शहरों में जाता जाता है।
चंडीगढ़ को डिज़ाइन करते हुए आयताकार सेक्टर में बाँटा गया है।
चंडीगढ़ का सेक्टर 1 को चंडीगढ़ का हेड माना जाता है।
चंडी देवी के नाम से इस शहर का नाम चंडीगढ़ पड़ा।
चंडीगढ़ का इतिहास 8000 वर्ष पूर्व हड़प्पा काल से माना जाता है।
चंडीगढ़ को डिजाइनर सिटी बनाने के लिए फ्रांस के प्रसिद्ध वास्तुकार और डिजाइनर ले कुरबूसियर की सेवाएं ली गयी।
जिसके बाद बहुत से भारतीय इंजीनियर डिजाइनर और आर्टिस्ट ने इस स्थान को संवारने का काम किया।
यहाँ सेक्टर 1 में स्थित चंडीगढ़ के स्पिरिट का प्रतीक ओपन हैंड मॉन्यूमेंट “लेन देन के लिए सदैव तैयार रहने” का संदेश देता है।
यह यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थलों में से एक है।
सेक्टर 1 में कैपिटल परिसर के निकट रॉक गार्डन, बर्ड पार्क और सुखना लेक भी स्थित है।
तीन वर्ग किलोमीटर में फैली सुखना एक झील मानव निर्मित झील है।
शीतकाल में झील कई प्रवासी पक्षियों जैसे साइबेरियन और सारस के लिए अभयारण्य है।
रॉक गार्डन 35 एकड़ में फैला है। इसमें घरेलू और औद्योगिक वस्तुओं के कचरे से कई आकर्तियाँ बनाई गई है।
रोज गार्डन 10 एकड़ में फैला है, जिसमें गुलाब की 1600 से अधिक प्रजातियां के साथ 32000 से अधिक पेड़ों और औषधीय के प्लांट से जिम से कई दुर्लभ प्रजातियां भी हैं।
चंडीगढ़ शिमला मार्ग में चंडीगढ़ से 22 किलोमीटर दूर मुगल कालीन एक गार्डन है, जो बेहद खूबसूरत है।