पहली बार भारतीय वायु सेना की महिला लड़ाकू पायलट देश के बाहर होने वाले हवाई युद्धाभ्यास के लिए भारतीय दल का हिस्सा होंगी।

इससे पहले दो महिला लड़ाकू पायलट ने फ्रांसीसी वायु सेना सहित भारत आने वाली कई विदेशी टुकड़ियों के साथ युद्धाभ्यास में भाग लिया है लेकिन ऐसा पहली बार होगा कि ये भारत का प्रतिनिधित्व करने देश के बाहर जाने वाली है।

भारत की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों में से एक स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी अभ्यास में शामिल होने के लिए जल्द ही जापान रवाना होने वाली है। स्क्वाड्रन लीडर चतुर्वेदी एक Su-30MKI पायलट हैं।

अवनी चतुर्वेदी के बैचमेट और पहली महिला फाइटर पायलटों की तिकड़ी का हिस्सा रही |

स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ ने भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित Su-30MKI को स्वदेशी हथियार प्रणालियों से लैस सबसे अच्छे और सबसे घातक विमानों में से एक करार दिया है।

भावना कंठ ने कहा, "Su-30MKI एक कमाल का एयरक्राफ्ट है। इसकी खासियत यह है कि यह एक साथ हवा से जमीन और हवा से हवा में, दोनों मिशनों को अंजाम दे सकता है।"

साथ ही उन्होंने कहा कि इस विमान के बारे में हैरान करने वाली बात यह है कि यह किसी भी गति में युद्धाभ्यास कर सकता है। इसमें कई ईंधन भरे जा सकते हैं जिसकी वजह से यह बहुत दूरी के मिशन को पूरी करने की क्षमता भी रखता है।

उन्होंने कहा कि विमान में सभी लेटेस्ट एविओनिक्स है और इसमें किसी भी हथियार को फिट करके आसानी से मिशन को अंजाम दे सकता है।

एक महिला फाइटर पायलट के रूप में उनकी भावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एयरक्राफ्ट को नहीं पता उसे एक पुरुष चला रहा है या महिला लेकिन मुझे गर्व है कि वह इस बल का हिस्सा हैं।