कुमाऊं क्षेत्र सिर्फ पहाड़ों के लिए नहीं बल्कि स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। ऐसे में आज हम बनाएंगे पहाड़ की फेमस दाल।

काले भट्ट यानी सोयाबीन की दाल की खेती केवल उत्तराखंड में ही की जाती है। काले भट्ट की चुड़कानी कुमाऊं क्षेत्र के लोगों का प्रमुख व्यंजन है। पहाड़ के लोग अक्सर खास मौके पर इस दाल को बनाते हैं।

भट्ट की चुड़कानी जितनी खाने में स्वादिष्ट होती है, उतनी ही पौष्टिक भी होती है। काले भट्ट में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इस दाल के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद मिलती है।

सबसे पहले काले भट्ट को बीन लें, क्योंकि इसमें पत्थर होते हैं। आप चाहें तो रात भर काले भट्ट को पानी में भिगोकर रख सकती हैं। या फिर केवल फ्राई करके बना सकती हैं। इसके बाद एक कड़ाही लें और उसमें तेल गरम करने के लिए गैस पर रख दें।

जब तेल गरम हो जाए तो काले भट्ट को फ्राई कर लें। जब यह पकने लगेंगे तो यह आवाज करेंगे, इसका मतलब है कि भट्ट को अब फ्राई करने की जरूरत नहीं है। आप चाहें तो चखकर भी पता लगा सकते हैं कि भट्ट पके हैं या नहीं।इसके बाद दोबारा तेल गरम करें और उसमें जखिया डालें। जब जखिया पक जाए तो इसमें प्याज डालें और थोड़ा सा फ्राई कर लें।

प्याज को फ्राई करने के बाद इसमें टमाटर डालें। फिर नमक, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर स्वाद अनुसार डालें। इसके बाद एक पतीला लें और उसमें पानी और आटे को अच्छे से मिक्स कर लें। यह मिश्रण गाढ़ा होना चाहिए। अब आटे और पानी के इस मिश्रण को मसाले में डाल लें और कुछ देर तक चलाते रहें। आखिर में इसमें फ्राई किए हुए काले भट्ट डाल लें।

इसे उबाल आने तक अच्छे से पकाएं। पकने के बाद भट्ट की चुड़कानी का रंग गहरा काला होगा। लीजिए तैयार है आपकी भट्ट की चुड़कानी। भट्ट की चुड़कानी को गरमागरम चावल के साथ परोसें।