यह उन्हें दिया जाता हैं, जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय और असाधारण योगदान के जरिए राष्ट्र सेवा की हो।
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 2 जनवरी 1954 को 'भारत रत्न' को संस्थापित किया था।
भारत रत्न तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। इसके नीचे चांदी में भारत रत्न लिखा रहता है।
भारत रत्न के लिए सिफारिश स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती है। इसके लिए किसी औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं है।
आप भारत रत्न पाना चाहते है और आपने किसी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है तो आप यह जानकारी विभिन्न माध्यमों से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक पहुँचा सकते है।
हो सकता है - आपके कार्यों से प्रभावित हो, 26 जनवरी में आपका नाम भी इस सम्मान के लिए घोषित किया जाये।
भारत रत्न प्राप्त कर्ता को कुछ विशेष अधिकार भी प्राप्त होते है।
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