और किस तरह जिंदगी को seriously ले कर उसने अपनी जिंदगी में जो पाया
कमरे के अदंर से ज़ोर ज़ोर से आवाजें आ रही थी… “जिंदगी को मजाक…
कमरे के अदंर से ज़ोर ज़ोर से आवाजें आ रही थी… “जिंदगी को मजाक…
जनाब वैसे तो इस कोरोना के नाम से ही दहशत व्याप्त है, सुबह शाम…