मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत को मॉडल जिला बनाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।सीएम ने बताया कि सप्तेश्वर के लिए सात किमी लंबी सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। यह कार्य पूर्ण होने के बाद यह स्थान विकास की ओर आगे बढ़ेगा।

कहा कि प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के पुर्ननिर्माण और जीर्णोद्धार के लिए प्रतिबद्ध है। कुमाऊं के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, गुरु गोरखनाथ, मां पूर्णागिरि, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी आदि मंदिरों का विकास किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमारे लिए गर्व का विषय है कि मानसखंड कॉरिडोर पर आधारित हमारी झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में प्रथम पुरस्कार मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत जिले के विकास के लिए कुल 95 घोषणाएं की गईं हैं जिनमें से 45 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं।

शेष घोषणाओं पर कार्य किया जा रहा है। टनकपुर में आईएसबीटी (बस स्टेशन) बनाने के लिए अट्ठावन करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। मुकेश कलखुड़िया ने संचालन किया।

श्यामलाताल झील में पूरे राज्य में चल रही 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन योजना के तहत पर्यटन संस्थाओं के लिए बनी डीपीआर को जल्द ही स्वीकृति प्रदान की जाएगी। बाराकोट ब्लॉक मुख्यालय क्षेत्र में सड़कों का डामरीकरण किया जाएगा।

जिला मुख्यालय में स्थित गोरलचौड़ मैदान को स्टेडियम का स्वरूप दिया जाएगा। इसके लिए विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) बनाई जाएगी। टनकपुर स्थित साहसिक खेल केंद्र को संचालित कर एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियों एवं आधारभूत ढांचा तैयार किया जाएगा।

सप्तेश्वर महादेव मंदिर के पूरे स्थान का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और यहां के स्नानघाट एवं अंतिम संस्कार के स्थान का पुनर्निर्माण एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री बीएडीपी योजना में पौराणिक लधौनधूरा मेला स्थल का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।